सारठ बाजार: दुर्गापूजा मेला सारठ में पुलिस और पब्लिक के बीच हुई झड़प के बाद लोग अपने घरों में दुबके हैं. घटना के चंद घंटे बाद पुलिस ने कार्रवाई आरंभ की. देर रात में करीब सौ की संख्या में मौजूद अधिकारियों पुलिसकर्मियों ने छापेमारी कर आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया.
परिजनों का आरोप है कि गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने घर के अन्य सदस्यों की भी बेरहमी से पिटाई की है. वहीं उनलोगों के घर के दरवाजे भी क्षतिग्रस्त कर दिये. पुलिस उनलोगों के घर में चहारदीवारी फांद कर व दरवाजे तोड़ कर प्रवेश किये. सूत्रों के अनुसार शनिवार रात को पुलिस का रौद्र रूप दिख रहा था. लोगों का आरोप है कि महिलाओं को भी पुलिस ने नहीं बख्शा, पिटाई कर दी. छापेमारी के दौरान रात में महिला पुलिस भी नहीं थी. महिला पुलिस रविवार सुबह में सारठ पहुंची है. पुलिस की इस कार्रवाई से पुराना बाजार के लोग काफी सहमे हुए हैं. लोगों में इस कदर खौफ है कि अब लोग मीडिया के सामने अपने नाम की भी जानकारी देने से डर रहे हैं. गिरफ्तार आरोपित विष्णु के परिजन कहते हैं कि उनका पुत्र गोपीबांध मेले में था. विष्णु को परिजन निदरेष करार देते हुए एकतरफा कार्रवाई बता रहे हैं.
वार्ता के बाद युवकों को हिरासत में लेने से आक्रोश
घटना के बाद पूर्व विधायक सह भाजपा नेता चुन्ना सिंह, भाजपा नेता सह जिप सदस्य सुरेन्द्र रवानी, एसडीओ एनके लाल, देवघर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय, सदर डीएसपी नवीन शर्मा, एसडीपीओ बीके चौधरी, बीडीओ पीके दास, नगर इंस्पेक्टर एके उपाध्याय समेत अन्य की मौजूदगी में शनिवार रात करीब 11 बजे समझौता-वार्ता हुई थी.
वार्ता में घटना की जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की सहमति बनी थी. इसके बाद देर रात में एसपी के निर्देश पर छापेमारी करायी गयी, जिसमें आठ की गिरफ्तारी हुई. पुलिस के इस कार्यकलाप से स्थानीय लोगों में रोष है.