देवघर: रविवार को सदर अस्पताल में जसीडीह रेल पुलिस के द्वारा इलाज के लिए पहुंचाये गये अज्ञात युवक (32) की मौत हो गयी. मगर मौत के 13 घंटे बाद भी उस शख्स का पोस्टमार्टम इसलिए नहीं हुआ. क्योंकि डयूटी रोस्टर के मुताबिक रविवार को पोस्टमार्टम प्रभारी निजी कारणों से पोस्टर्माटम करने न हीं पहुंचे. बाध्य होकर रेल पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के मुखिया (सिविल सजर्न) से संपर्क साधा.
उन्होंने मामले को संवेदनशीलता को देखते हुए इस समस्या का निदान निकालने की बात कही. ज्ञात हो शनिवार की शाम जसीडीह रेल पुलिस ने स्टेशन में एक युवक की तबियत खराब होने पर उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. मगर कई घंटे तक इलाज चलने के बाद रात्रि 12 बजकर 05 मिनट पर उस युवक की मौत हो गयी. युवक की पहचान के लिए किसी के सामने न आने पर रेल पुलिस ने यूडी केस (कांड संख्या-40/14) दर्ज कर लाश को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा दिया. मगर घंटों इंतजार करने के बाद जब चिकित्सक नहीं पहुंचे तो रेल पुलिस ने ऑन डयूटी चिकित्सक की मदद से ऑन कॉल चिकित्सक से संपर्क किया तो उसने पुलिस कर्मी की बात नहीं सुनी.
क्या कहते हैं सीएस
इस संबंध में सीएस ने बताया कि युवक अज्ञात है. नियमानुसार 72 घंटे तक तक पहचान के लिए इंतजार करना है. रेल पुलिस ने संपर्क किया तो उससे तकनीकी समस्या की जानकारी देकर इंतजार करने का आश्वासन दिया है. कल दोपहर तक उसकी पहचान के लिए कोई नहीं आया तो तीन बजे के बाद पोस्टमार्टम करा दिया जायेगा.