18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

37 साल बाद पुनासी डैम से बुझेगी देवघर की प्यास, सिंचित होंगे खेत

देवघर : देवघर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा. 37 साल बाद संतालपरगना का सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना पुनासी जलाशय का हेडक्लोज सोमवार को हो गया. 1982 में अजय नदी पर शुरू हुई पुनासी जलाशय परियोजना में डैम का रीवर क्लोजर का काम चालू कर दिया गया. गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे की उपस्थिति में […]

देवघर : देवघर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा. 37 साल बाद संतालपरगना का सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना पुनासी जलाशय का हेडक्लोज सोमवार को हो गया. 1982 में अजय नदी पर शुरू हुई पुनासी जलाशय परियोजना में डैम का रीवर क्लोजर का काम चालू कर दिया गया.

गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे की उपस्थिति में रीवर क्लोज करने के बाद पहले दिन डैम में पांच फीट पानी रोक दिया गया. बरसात से पहले 263 मीटर ऊंचे डैम को पूरी तरह बांध दिया जायेगा. स्पील-वे का काम 45 फीसदी पूरा हो चुका है.

देवघर सुनिश्चित पेजयल जिला में हो जायेगा शामिल : डैम में कुल 131 एमसीएम पानी स्टोर होगा. डैम के पानी से देवघर, दुमका व बिहार के जिलों को पानी मिलेगा. देवघर व दुमका में कुल 60 हजार एकड़ खरीफ व रबी फसलों की सिंचाई के लिए पानी मुहैया करायी जायेगी.

14 एमसीएम पानी देवघर शहर व उद्योग के लिए मुहैया करायी जायेगा. पुनासी डैम का पांच फीसदी पानी प्रतिवर्ष खर्च करने से देवघर शहर को पीने के लिए पर्याप्त पानी मिल जायेगा. पीएचइडी ने पुनासी डैम से देवघर शहर को जलापूर्ति करने के लिए 250 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया है. इस डैम के पानी से देवघर एम्स को रोजाना 20 लाख लीटर पानी मुहैया करायी जायेगी.
26 करोड़ से शुरू हुई योजना 800 करोड़ तक पहुंची
1982 में 26 करोड़ से शुरू हुई पुनासी जलाशय परियोजना 37 वर्षों के सफर में 800 करोड़ रुपये तक पहुंच गयी. इस दौरान कई बार राजनीतिक वजहों से इस परियोजना का काम बंद हो गया था. गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे को पुनासी परियोजना को पूरा कराने के लिए हाइकोर्ट में पीआइएल दायर करना पड़ा था.
हाइकोर्ट की निगरानी में योजना के काम में तेजी आयी. इस परियोजना में 72 किलोमीटर लंबी नहर बननी है, जिसमें 49 किलोमीटर नहर बनकर तैयार है. शेष 23 किलोमीटर नहर का काम चालू है. रीवर क्लोजर के दौरान जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता जयप्रकाश चौधरी समेत अभियंताओं की पूरी टीम मौजूद थी.
देवघरवासियों के लिए मेरा संघर्ष आया काम : डॉ निशिकांत
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि पुनासी जलाशय योजना 2009 में बंद हो रही थी. जब मैं सांसद बना तो इस योजना को पूरा करने का बीड़ा उठाया व हाइकोर्ट में अपील की. हाइकोर्ट ने आदेश दिया कि सबसे पहले डैम बनना है, जो कोई डैम के काम में बाधा पहुंचायेगा उसे अवमानना माना जायेगा.
इसके बाद सरकार ने पैसा दिया व मॉनिटरिंग की. आज राज्य सरकार व अधिकारी धन्यवाद के पात्र हैं, 37 वर्ष बाद पुनासी का रीवर क्लोजर का काम शुरू हो गया है. पुनासी परियोजना में एक तरफ 400 से 500 लोग थे, जिसे सरकार बसाना व रोजगार देना चाहती थी. दूसरी तरफ आठ-10 लाख लोग हैं, जो लाभान्वित होंगे. अब बाबा नगरी को पीने का पानी मिलेगा व 60 हजार एकड़ जमीन में दोनों फसलों की सिंचाई होगी. बाद में सरैयाहाट तक नहर व भूमि अधिग्रहण में इस योजना में करीब दो हजार करोड़ रुपये खर्च होगा.
सांसद ने अपने जन्मदिन को ऐसे बनाया यादगार
27 की मध्यरात्रि के बाद विशेष ट्रेन को दिखायी हरी झंडी
सुबह बाबा दरबार में सपत्नीक लगायी हाजिरी
पुनासी डैम का कराया रीवर क्लोज
गोड्डा में विवाह भवन का िकया उद्घाटन
शाम में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में हुए शामिल

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें