देवघर : झारखंड स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने देवघर सहित तीन जिले को पूर्ण रूप से विद्युतीकृत घोषित कर दिया है. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना(12वीं योजना) के तहत 1686 व दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत 543 गांवों तक बिजली तार के जरिये घर-घर रोशनी पहुंचाया गया है.
इस संदर्भ में विद्युत अंचल, देवघर के अधीक्षण अभियंता (इएसई) शुभंकर झा ने बताया गया कि देवघर जिले के 2,389 चिरागी गांव को पूर्णरूपेण विद्युतीकृत कर लिया गया. इएसइ ने बताया कि विद्युतीकरण का कार्य दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना व 12वीं योजना अंतर्गत किया गया है. इस योजना अंतर्गत कुल 60,168 घरों में बिजली पहुंचायी गयी है.
उन्होंने आगे कहा कि केन्द्र सरकार व राज्य सरकार की अोर से प्रायोजित विभिन्न ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत जिले के सभी गांवों के प्रत्येक घरों में विद्युतिकरण का कार्य सौ फीसदी पूर्ण कर लिया गया है. इस दौरान योजना के तहत 609 किमी नये 11 केवी लाइन का निर्माण, 52 किमी भूमिगत 11केवी लाइन का निर्माण, 2504 नये वितरण ट्रांसफार्मर इंस्टाॅल किया गया है अौर 242 नये वितरण ट्रांसफाॅर्मरों का क्षमता विस्तार किया गया है. वहीं 2035 किमी तक नये एलटी लाइन का निर्माण किया गया है.
सोहन ठाकुर को कैसे मिलेगा कनेक्शन
देवघर. झारखंड के स्थापना दिवस पर रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने देवघर को भी पूर्ण विद्युतीकृत जिला घोषित तो कर दिया. मगर सारवां प्रखंड के झिकटी गांव निवासी सोहन कुमार ठाकुर आज भी अपना घर रोशन होने का सपना संजोये बैठे हैं. मगर विभाग की संवेदनहीनता का क्या कहना. पहले तो झिकटी गांव में कैंप लगाकर आवेदन लेते समय बाद में आवेदन लेने की बात कह कर फार्म जमा करने से वंचित रख दिया गया.
बाद में लाइन चालू होने के बाद कनेक्शन दिये जाने की बात कही गयी. मगर तब भी कनेक्शन नहीं मिला तो,आवेदक ने बिजली विभाग के कार्यालय पहुंच कर अपनी समस्या बयां की. विभागीय पदाधिकारियों के दिशा-निर्देश के बाद सोहन ने विद्युत अवर प्रमंडल, सारठ में आवेदन जमा भी किया. मगर डेढ़-दो माह गुजर जाने के बावजूद सोहन ठाकुर को न कनेक्शन मिला अौर न उनका घर ही रोशन हो सका. नतीजा आज भी वो अंधेरे में दिनचर्या काटने को विवश हो रहे हैं. आखिर वो कहां आवेदन करेंगे. ताकि उन्हें एक अदद कनेक्शन तो मिल जाये.
