सारवां केजीवीए का किया निरीक्षण
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खराब रिजल्ट वाले विषयों के शिक्षकों से पूछा जायेगा शो-कॉज
सारवां केजीवीए का किया निरीक्षण केजीबीए में बिना अनुमति नहीं मिलेगा किसी को प्रवेश देवघर : विद्यालय चलें-चलायें अभियान के तहत शुक्रवार को झारखंड शिक्षा परियोजना की स्टेट को-आॅर्डिनेटर अनुपा तिर्की देवघर पहुंची. उन्होंने कई स्कूलों का जायजा लिया. इससे पहले झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय के सभागार में परियोजना के पदाधिकारियों, एपीअो, बीइअो, बीपीअो, जेंडर […]
केजीबीए में बिना अनुमति नहीं मिलेगा किसी को प्रवेश
देवघर : विद्यालय चलें-चलायें अभियान के तहत शुक्रवार को झारखंड शिक्षा परियोजना की स्टेट को-आॅर्डिनेटर अनुपा तिर्की देवघर पहुंची. उन्होंने कई स्कूलों का जायजा लिया. इससे पहले झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय के सभागार में परियोजना के पदाधिकारियों, एपीअो, बीइअो, बीपीअो, जेंडर को-ऑर्डिनेटर व वार्डन के साथ बैठक की. बैठक में स्टेट को-ऑर्डिनेटर ने जैक के मैट्रिक व इंटर की परीक्षा का परिणाम खराब होने पर नाराजगी जतायी. उन्होंने कहा कि जिस स्कूलों में सबसे ज्यादा छात्र किसी खास विषय में फेल हुए हैं,
उस विषय के शिक्षक से परिणाम को लेकर स्पष्टीकरण पूछा जायेगा. इसके अलावा जिला स्तर से सूची तैयार नहीं किये जाने की वजह से कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में नामांकन की प्रक्रिया में देर होने पर नाराजगी जताते हुए जल्द से जल्द नामांकन शुरू करने का निर्देश दिया. बैठक में जेंडर को-अोर्डिनेटर आभा मंडल, सारवां केजीबीए की वार्डन इंदिरा मिश्रा सहित अन्य मौजूद थे.
बिना अनुमति पत्र के केजीबीए में प्रवेश नहीं : बैठक में स्टेट को-ऑर्डिनेटर ने कहा कि कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के परिसर में प्रवेश नहीं कर सकता. यदि कोई राज्य स्तर से पदाधिकारी या प्रतिनिधि आते हैं, तो स्टेट लेबल से अनुमति लेना है. यदि कोई जिला स्तर से विजिट के लिए पहुंचता है, तो उसे डीइअो-डीएसइ से अनुमति लेना जरूरी है. अन्यथा प्रवेश निषेध होगा.
सारवां कस्तूरबा विद्यालय का लिया जायजा: 30 जून को विद्यालय चले, चलायें अभियान का अंतिम दिन है. इसके पूर्व संध्या पर विद्यालयों की सजावट का कार्यक्रम था. इस क्रम में स्टेट को-ऑर्डिनेटर ने शुक्रवार को कस्तूरबा विद्यालय, सारवां का भ्रमण किया. जहां छात्राअों ने पहले पढ़ाई-फिर विदाई नामक लघु नाटिका का मंचन किया. नाटक के जरिये छात्राअों ने बाल विवाह पर कुठाराघात करते हुए दिखाने का प्रयास किया गया. नाटक पेश करने वाली स्कूली छात्राअों में अंजलि, आरती, खुशी, कुमकुम, श्रावमी, गुड़िया, रूपा, किरण, नीलम, तन्नु,रेखा, प्रीति, अनुराधा आदि शामिल थे.
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