देवघर : सरदार पंडा के वंशज सह बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड के वरीय पदाधिकारी कृष्णानंद झा ने कहा कि बाबा मंदिर के मौलिक स्वरूप से किसी को छेड़छाड़ की इजाजत नहीं दी जायेगी. समाचार पत्र के माध्यम से जानकारी मिली कि बाबा मंदिर के गर्भगृह की दीवार को चांदी से मढ़ा जायेगा. इसके लिए एक कंपनी ने बाबा मंदिर गर्भ-गृह के दीवार पर चांदी मढ़ने का प्रस्ताव दिया है. यह मंदिर के मौलिक स्वरूप से छेड़छाड़ होगा. गर्भगृह में थोड़ा सा बदलाव भी आगे चल कर प्रचलन बन जायेगा तथा यह कालांतर में बड़ी समस्या बन सकती है. हम इसे खारिज करते हैं. चांदी लगाने से बाबा मंदिर का मौलिक स्वरूप नष्ट हो जायेगा.
मंदिर प्रबंधन बोर्ड के समय भी कई लोगों ने कई तरह के प्रस्ताव दिये थे, उसे हम लोगों ने मौलिक स्वरूप को बचाने के लिए मना कर दिया था. एक बार फिर ऐसे तत्व एकजुट हो रहे हैं. बाबा मंदिर द्वादश ज्योतिर्लिंग है, यह कोई ठाकुरबाड़ी नहीं है. भक्तों को समझना चाहिए कि ठाकुरबाड़ी को सोने-चांदी से सजाया जा सकता है. बाबा मंदिर के गर्भगृह को सजाया नहीं जा सकता है.
उन्होंने कहा कि दुर्लभ मिश्रा व विनोद द्वारी ने सही मुद्दा उठाया है. मंदिर के मौलिक स्वरूप को बदलने का सवाल ही नहीं उठता है. उनकी राय से हम सहमत हैं. बाबा-पार्वती मंदिर को छोड़ कर अन्य मंदिरों के बाहरी आकृति को सजा सकते हैं. मंदिरों के शिखर पर सोना व चांदी का कलश लगा सकते हैं.