कार्रवाई. पुलिस ने दोनों गिरफ्तार आरोपितों को भेजा जेल
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फरार कैदी की गिरफ्तारी मामले में प्राथमिकी दर्ज
कार्रवाई. पुलिस ने दोनों गिरफ्तार आरोपितों को भेजा जेल देवघर : नगर पुलिस ने एसबीआइ ट्रेनिंग सेंटर के समीप सर्कुलर रोड से गुप्त सूचना पर छापेमारी कर दबोचे बिहार अंतर्गत जमुई जिले के लहावन फतेहपुर निवासी राजेश यादव व चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के धाबना निवासी प्रयाग यादव के विरुद्ध आर्म्स एक्ट की प्राथमिकी दर्ज करायी. […]
देवघर : नगर पुलिस ने एसबीआइ ट्रेनिंग सेंटर के समीप सर्कुलर रोड से गुप्त सूचना पर छापेमारी कर दबोचे बिहार अंतर्गत जमुई जिले के लहावन फतेहपुर निवासी राजेश यादव व चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के धाबना निवासी प्रयाग यादव के विरुद्ध आर्म्स एक्ट की प्राथमिकी दर्ज करायी. उक्त मामला एसआइ जयदीप टोप्पो के प्रतिवेदन पर दर्ज कर दोनों आरोपितों राजेश व प्रयाग को नगर पुलिस ने कोर्ट में पेश कराया. कोर्ट के निर्देश पर दोनों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
आरोपित राजेश के पास से नगर पुलिस ने लोडेड देशी कट्टा व प्रयाग के पॉकेट से एक जिंदा गोली बरामद किया. दोनों की गिरफ्तारी में एसआइ जयदीप के साथ कैलाश कुमार, एएसआइ रामानुज सिंह, विपिन मिश्रा व सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे. इस संबंध में नगर थाना कांड संख्या 652/17 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.
प्राथमिकी में जिक्र है कि दोनों आरोपितों पर चंद्रमंडीह थाना सहित जीआरपी थाना झाझा, सिमुलतल्ला थाना, जसीडीह थाना व मोहनपुर थाना में लूट, रंगदारी, हत्या समेत संगीन कई अपराध के मामले दर्ज हैं. राजेश यादव को कोर्ट से आजीवन कारावास की सजा हुई है. इसके बाद वह दुमका केंद्रीय कारा में था, जहां से इलाज के लिये रिम्स रांची भेजा गया था. रिम्स रांची के कैदी वार्ड से पुलिस को चकमा देकर राजेश जनवरी 2017 में फरार हो गया था. इसके बाद प्रयाग के साथ मिलकर चंद्रमंडीह व जसीडीह थाना क्षेत्र के कई इंट भट्ठा मालिकों से रंगदारी वसूल रहा था.
देवघर के कई भट्ठा मालिकों से रंगदारी वसूली की है आरोपितों ने: पुलिस को दिये बयान में दोनों आराेपितों ने देवघर के कई चिमनी इंट भट्ठा मालिकों से रंगदारी वसूलने की बात कबूली है. पुलिस को पूछताछ में प्रयाग ने कहा है कि उसकी मुलाकात विवेक यादव के साथ हुई थी. दोनों 2009 में चंद्रमंडीह थाना के आर्म्स एक्ट में जेल गया था. जेल से निकलने के बाद राजू के साथ मुलाकात हुई. वर्ष 2016 में उपाध्याय पेट्रोल पंप पर दोनों ने मिलकर फायरिंग किया. इसके बाद जनवरी में रिम्स से फरार होने के बाद राजेश यादव से मुलाकात हुई और उसके बाद दोनों मिलकर जसीडीह व चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के चिमनी इंट भट्ठों से रंगदारी वसूलने लगा.
रिम्स रांची के कैदी वार्ड से फरार हो गया था राजेश
कृष्णापुरी व बरमसिया में है राजेश का घर
पुलिस को पूछताछ में राजेश ने बताया कि कृष्णापुरी व बरमसिया मुहल्ले में राजेश का घर है. 2008-10 से उसके विरुद्ध जसीडीह, चंद्रमंडीह, मोहनपुर व भैरोगंज थाना में लूट, डकैती, रंगदारी समेत अन्य मामले दर्ज हुए. 2011 में वह एक हत्याकांड में आरोपित बना. उस कांड में जेल से निकलने के बाद 2012 में घरेलू जमीन विवाद में हुई एक गोतिया के हत्या मामले में आरोपित बन गया. उक्त कांड में आजीवन कारावास की सजा हुई. जेल से उसे देवघर के मामले में रिमांड किया गया. इसके बाद सेंट्रल जेल दुमका में था, जहां से इलाज के लिये रिम्स रांची भेजा गया. जनवरी में वह रिम्स रांची के कैदी वार्ड से फरार हो गया.
इसके बाद उसकी मुलाकात प्रयाग से हुई और दोनों मिलकर इंट भट्ठों से रंगदारी वसूली करने लगा. पुलिस को दिये बयान में उसने यह भी कहा है कि चिमनी इंट भट्ठा मालिक फतेहपुर निवासी लीलू यादव, धमनियां निवासी महेश राय, गौरी राय, माधोपुर निवासी सुधीर साहू, बिहार मेडिकल के मनोज, देवघर निवासी चुनचुन सिंह, मिश्रा जी, सागर चौधरी से रंगदारी वसूली थी. रिम्स से भागने के बाद लाहावान के समीप हुई एक छिनतई कांड में भी राजेश शामिल था, जिसका केस झाझा जीआरपी थाना में दर्ज हुआ है.
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