04 सीएच 1- विनय भुइयां 2- विकास भुइयां 3- नदी में जमा बालू इटखोरी. राज्य सरकार के उदासीनता के कारण प्रखंड में बालू का किल्लत हो गयी है. जिससे निजी आवास समेत अबुआ आवास व अन्य सरकारी काम बंद हो गया है. लोगों के मकानों का निर्माण कार्य बंद हो गया है. मकान निर्माण करानेवाले इस बात को लेकर चिंतित हैं कि बरसात होने पर काफी परेशानी होगी, खेतों में फसल लगने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में बालू नहीं पहुंच सकेगा. प्रखंड के लगभग एक हजार से अधिक ट्रैक्टर चालक व मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. इनके समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. उक्त मजदूर पलायन करने का मन बना रहे हैं. ट्रैक्टर चालक विनय भुइयां ने कहा कि एक महीने से घर में बेकार बैठे हुए हैं, कर्ज लेकर गुजारा कर रहे हैं. जनवितरण प्रणाली के राशन से माड़ भात खाकर गुजारा कर रहे हैं. नगद पैसा नहीं है. ट्रैक्टर मजदूर विकास भुइयां ने कहा कि बालू ढुलाई बंद होने से बेरोजगार हो गये है. ट्रैक्टर चलाकर गुजारा करते थे. सरकारी राशन से परिवार का पेट भर रहे हैं. मालूम हो कि इटखोरी में पिछले कई साल से बालू घाटों की बंदोबस्त नहीं की गयी है, जिससे जरूरतमंद लोगों को परेशानी हो रही है, लोगों को बिहार से बालू मंगाना पड़ रहा है. विधायक ने कहा विधायक कुमार उज्जवल ने कहा कि बालू पूरे राज्य की समस्या है, इसपर विधानसभा में मामला उठ चुका है, राज्य सरकार संवेदनहीन है. छोटे ट्रैक्टरों को पकड़ा जाता है जबकि माफियाओं पर मेहरबान है. इस बात को पुनः सदन में उठाउंगा. बीडीओ ने कहा बीडीओ सोमनाथ बंकिरा ने कहा कि बालू के अभाव में कहीं भी अबुआ आवास बंद नहीं है, किसी भी लाभुक ने इसकी जानकारी नहीं दी है, अबुआ आवास के लाभुक को बालू उपलब्ध कराया जायेगा. सीओ ने कहा सीओ सविता सिंह ने कहा कि सरकार के निर्देश का अनुपालन करना मेरा काम है, अवैध बालू खनन पर रोक जारी रहेगा. ढुलाई करते पकड़ाने पर विधि सम्मत कार्रवाई करूंगी .इटखोरी अंचल में कोई भी सरकारी घाट नहीं है.
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