इटखोरी. खेतों में पानी सूखते ही किसान आलू की खेती में जुट गये हैं. प्रखंड के नगवां और करनी समेत कृषि बहुल गांवों के किसान आलू की खेती में लग गये हैं. प्रखंड में सरकारी स्तर पर आलू बीज उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण महंगे दामों पर किसानों को बीज खरीदना पड़ रहा है. किसानों को 1900 रुपये क्विंटल आलू का बीज खरीदना पड़ रहा है. महिला कृषक निर्मला देवी ने कहा कि इस साल अधिक बारिश से आलू का फसल विलंब से लग रहा है. बाजार में बहुत अधिक मूल्य पर बीज खरीदना पड़ा है. बैजनाथ दांगी ने कहा कि बीज महंगा होने के कारण खेती करने का हिम्मत नहीं होता है. इस साल जनवरी तक नया आलू बाजार में उपलब्ध हो सकेगा.
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