चतरा. सदर प्रखंड के देवरिया पंचायत अंतर्गत मोहनाडीह गांव निवासी चिंता देवी (पति स्व दिलीप मांझी) को किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. चिंता देवी दूसरों के घरों में दाई (झाड़ू, पोछा) का काम कर जीविकोपार्जन कर रही है. उनकी तीन पुत्री है. वो अपनी बेटियों के साथ छोटे से एस्बेस्टस शीट के घर में रहने को मजबूर है. चिंता देवी ने बताया कि उनकी शादी बिहार के गया जिले के बांकेबाजार निवासी दिलीप मांझी के साथ हुई थी. कुछ दिनों तक वहां रहने के बाद मायके में ही रह रही हूं. पति मजदूरी कर घर चलाते थे. कोरोना काल में पति का निधन हो गया था. तब से दूसरों के घरों में दाई का काम कर जैसे-तैसे तीन बेटियों को पाल रही हूं. राशन कार्ड, विधवा पेंशन व प्रधानमंत्री आवास की मांग को लेकर कई बार मुखिया व प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाया, लेकिन आज तक कोई योजना का लाभ नहीं मिला. राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन भी किया हूं. महिला ने उपायुक्त रमेश घोलप से योजनाओं का लाभ देने की मांग की.
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