04 सीएच 6- कुंडी से पानी भरते किसान 7- हल-बैल के साथ किसान पत्थलगड्डा. प्रखंड के नावाडीह बाजोबार स्थित मोरशेरवा पहाड़ी में चल रहे नौ दिवसीय श्री श्री 1008 श्री अष्टभुजी दुर्गा माता, शिव, हनुमत, विश्वकर्मा प्राण प्रतिष्ठा सह रुद्रचंडी महायज्ञ में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंच रहे है. यज्ञ समिति के द्वारा बनायी गयी पौराणिक कथाओं पर आधारित कलाकृतियां लोगों को भा रहा है. रामायण, महाभारत के कलाकृति बनायी गयी है. इसके अलावा हल बैल के साथ खेत जाता किसान व लाठ कुंडी से खेत की सिंचाई करते किसान का कलाकृति लोगों को भा रहा है. यज्ञ समिति के अध्यक्ष रमेश ठाकुर ने बताया कि आज से 30 साल पहले गांव के किसान लाठ-कुंडी के माध्यम से खेतों में लगे फसलो की सिंचाई करते थे. अभी सिंचाई की तरह-तरह की सुविधा उपलब्ध हैं. नये युग के बच्चों को याद दिलाने के लिए यह कलाकृति बनायी गयी है. हल बैल को छोड़ कर लोग नये-नये मशीन से खेती कर रहे हैं. इसलिए हल बैल के साथ किसान को दिखाया गया है. इन कलाकृतियों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंच रहे है. इसके अलावा यज्ञ में प्रवचन सुनने लोग पहुंच रहे हैं. आचार्य अमित उपाध्याय ने बताया कि महायज्ञ के तीसरे दिन रविवार को वेदी पूजन, पाठ, अन्नाधिवास, संध्या आरती कार्यक्रम किया गया. आरती में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. अखंड हरिकीर्तन भी किया जा रहा है. वेद मंत्रोच्चार से पूरा क्षेत्र गूंज रहा है. इसके अलावा खेलकूद समेत अन्य मनोरंजन के लुत्फ लोग उठा रहे हैं. यज्ञ को सफल बनाने में पूर्व मुखिया मेघन दांगी, कृष्णा दांगी, विश्वजीत दांगी समेत अन्य लगे हुए है.
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