चतरा. पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करनेवाले टीएसपीसी के दोनों एरिया कमांडर लंबे समय से संगठन में सक्रिय थे. दोनों शशिकांत के दस्ते में चतरा व पलामू जिले में सक्रिय थे और कई नक्सली घटनाओं भी शामिल थे. कुणाल आपसी विवाद व रोहनी पाहन परिवार की परेशानी को मिटाने के लिए संगठन में शामिल हुआ था. कुलदीप उर्फ कुणाल पर चतरा के कुंदा, प्रतापपुर, गिद्धौर, सदर, वशिष्ठ नगर व पलामू के छतरपुर, मनातू थाना में 16 अलग-अलग सीएलए, आर्म्स एक्ट, यूएपीए समेत अन्य मामले दर्ज हैं. वह सात फरवरी 2024 को बैरियो में अफीम विनष्टीकरण कर लौट रही पुलिस टीम पर हमला में शामिल था. इसमें दो जवान शहीद हो गये थे. 25 मई 2024 को कुंदा थाना क्षेत्र के हिंदियाकला गांव के पंकज बिरहोर व उनके पिता बिफा बिरहोर की हत्या में शामिल था. सिकिदाग के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़, तिरुदाग पहाड़ी के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़, अनगड़ा जंगल में मुठभेड़ में वह शामिल था. वहीं रोहनी पाहन पर चतरा के कुंदा व पलामू के मनाते थाना में दस अलग-अलग सीएलए, यूएपीए, आर्म्स एक्ट समेत अन्य मामला दर्ज है. वह हिंदियाकला में बिरहोर पिता व पुत्र की हत्या में शामिल था. अनगड़ा जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में भी शामिल था.
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