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आम लोगों की तरह पहुंचे थे माओवादी
कुंदा : डुमरवार के टेकम बधार गांव से सात किमी दूरी पर मनातू थाना व तीन किमी दूरी पर चक पुलिस पिकेट स्थित है. लोगों का कहना है कि माओवादी आम लोगों की तरह कार्यक्रम देखने के बहाने पहुंचे और घटना का अंजाम देकर चलते बने. कार्यक्रम देख रहे लोग भी नहीं समझ पाये की […]
कुंदा : डुमरवार के टेकम बधार गांव से सात किमी दूरी पर मनातू थाना व तीन किमी दूरी पर चक पुलिस पिकेट स्थित है.
लोगों का कहना है कि माओवादी आम लोगों की तरह कार्यक्रम देखने के बहाने पहुंचे और घटना का अंजाम देकर चलते बने. कार्यक्रम देख रहे लोग भी नहीं समझ पाये की माओवादी इस तरह की घटना का अंजाम देंगे. घटनास्थल से कम दूरी पर पिकेट के स्थित होने के बाद भी पुलिस को यहां पहुंचने में कई घंटे लगे.
जेल से निकलने के बाद घर में रह रहा था मुन्ना
दो साल पूर्व टीपीसी में रहते मुन्ना पुलिस के हत्थे चढ़ा था. वह कई माह डाल्टेनगंज जेल में था. जेल से बाहर आने के बाद अपने घर में रह कर खेतीबारी कर रहा था. इस दौरान उसकी पत्नी पंचायत समिति सदस्य बनी. लोकतंत्र के प्रति आस्था जता कर वह काम कर रहा था. माओवादियों ने इसका लाभ उठा कर उसकी हत्या कर दी.
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