चतरा: इटखोरी की घटना के दिन माओवादी की तीन अलग-अलग टुकड़ी में बंटे थे. सभी टुकड़ी में 25-25 की संख्या में हथियारबंद लोग शामिल थे़ पुलिस के साथ-साथ वीआइपी पर हमले की योजना थी़ इसमें माओवादी पुलिस पर हमला करने मंे सफल रहे.
हमला कर हथियार लुटने की भी योजना थी़ हालांकि जवानों की जवाबी कार्रवाई के कारण वे हथियार नहीं लूट पाये़ 24 दिसंबर को मतगणना के बाद कई नवनिर्वाचित विधायक व पुलिस पदाधिकारी भद्रकाली में पूजा करने पहुंचे थे़ माओवादी इस मौके की तलाश में थे, लेकिन समय रहते सभी वीआइपी निकल गये और निशाना पुलिस बन गयी़ माओवादी अंधेरा होने के इंतजार में थे. सिमरिया विधायक गणेश गंझू पर हमले की योजना थी.
स्क ॉट पार्टी को भी निशाना बनाने के फिराक में थे़ माओवादी के सबजोनल कमांडर हंसराज उर्फ चेतलाल के मारे जाने के बाद पुलिस बेफिक्र हो गयी थी कि क्षेत्र में अब माओवादी घटना नहीं घटेगी, लेकिन माओवादियों ने इस घटना को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. वहीं माओवादी प्रवक्ता मानस ने घटना की जिम्मेवारी लेते हुए हंसराज उर्फ चेतलाल का बदला लेने की बात कही़ साथ ही ग्रीनहंट के विरुद्ध कार्रवाई बताया़ मानस ने कहा कि ग्रीनहंट के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई करते रहेंगे़