सदियों से दोनों जाति के लोग मिल जुल कर रहते आये हैं, लेकिन दीपावली के दिन एक उरांव युवक की हत्या के बाद तुरंत रांची में बैठक कर आरोप लगाया गया की गंझू गिरोह ने विनोद की हत्या की है. धनंजय ने आदिवासी जन विकास परिषद द्वारा विनोद उरांव की हत्या का आरोप गंझू गिरोह पर लगाये जाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बयान जारी किया है. प्रवक्ता ने परिषद के लोगों से पूछा है कि टीपीसी कितने आदिवासियों की हत्या की है. धनंजय ने कहा है कि टीपीसी हत्या में विश्वास नहीं करता है.
ऐसी ही हत्याओं के विरोध में ही टीपीसी बनाया गया था और हमने माओवादियों से लोहा लेकर शांति स्थापित की है. प्रवक्ता ने परिषद के अध्यक्ष रंजीत उरांव से कहा है कि विनोद उरांव की हत्या की असलियत पता कर अपना बयान देना चाहिए.