सोनुआ.
कुड़मी-महतो समुदाय द्वारा एसटी की सूची में शामिल करने की मांग के विरोध में शनिवार को आदिवासी समाज ने सोनुआ में विशाल जानक्रोश रैली निकाली. आदिवासी समन्वय समिति मनोहरपुर विधानसभा के बैनर तले रैली निकाली गयी. इसमें काफी संख्या में आदिवासी नेताओं को आमंत्रित किया गया था. इसमें बिहार विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ चांपिया, रांची से ज्योत्सना केरकेट्टा, झारखंड आंदोलनकारी बिरसा मुंडा, डॉ दिनेश बोयपाई, उदय चंद्र पूर्ति, सुभाष कुंकल, इंद्रजीत सामड, शशि पन्ना, डॉ रीना गोडसोरा मुर्मू, मनोज सोय, नीमा लुगुन, महेंद्र जामुदा, रिआंस समद समेत दर्जनों नेताओं के अलावा सैकड़ों गांव के मुंडा, मानकी, डाकुवा शामिल हुए.
सभी ने अपने संबोधन में कुड़मी/महतो द्वारा आदिवासी बनकर एसटी का आरक्षण का लाभ लेने की मांग का पुरजोर विरोध किया. नेताओं ने कहा कि आदिवासियों ने अंग्रेजों को भगाया था, अब हक-अधिकार छीनने पर इसका जोरदार विरोध किया जायेगा. कहा कि दुख तकलीफ में हम आपको साथ देंगे, पर अधिकार छीनने कभी नहीं देंगे. सभा के दौरान आदिवासी नेताओं ने राष्ट्रपति के नाम सात सूत्री मांग पत्र सोनुआ के बीडीओ सोमनाथ उरांव को सौंपा. कार्यक्रम में मनोहरपुर विधानसभा के गुदड़ी, आनंदपुर, मनोहरपुर, सोनुआ और गोइलकेरा से करीब 30 हजार आदिवासी महिला पुरुषों ने पारंपरिक हथियार के साथ रैली के माध्यम से विरोध प्रदर्शन किया.
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