चाईबासा. चाईबासा स्थित समाज कल्याण महिला एवं बाल विकास विभाग के संप्रेक्षण गृह (बाल सुधार गृह) में लेखापाल सह प्रभारी गृहपति (वार्डन) की पिटाई मामला आया है. घटना एक मार्च, 2025 की शाम करीब सात बजे की है. बताया गया कि उन्हें लात- घूंसे और बेल्ट से पीटा गया है. उनके शरीर के विभिन्न हिस्सों में चोट आयी है. लेखापाल सह प्रभारी गृहपति (वार्डन) पवन कुमार निषाद (36) सदर अस्पताल की बेड संख्या-19 पर भर्ती हैं. उन्होंने बताया कि इस संबंध में संप्रेषण गृह के अधीक्षक सहित अन्य पदाधिकारियों से शिकायत की गयी है.
काफी दिनों से गाली-गलौज व धमकी दी जा रही थी : पवन कुमार
लेखापाल ने कहा कि जब से नियुक्ति हुई है, ज्यादातर लोग विरोध में रहते हैं. वे अपना काम नहीं करते हैं. उनसे हर काम कराना चाहते हैं. उनकी पिटाई सुधार गृह के बंदियों ने की है. यह घटना साजिश है. संप्रेक्षण गृह में उनके साथ काफी दिनों से धमकी और गाली- गलौज की जा रही थी. जान से मारने की धमकी दी गयी है. उन्होंने बताया कि सुधार गृह में कुल 84 लोग हैं. इसमें 2-3 लोगों ने उनके साथ मारपीट की है. उनके हाथ, कंधा व पीठ में सूजन आ गयी है. अस्पताल की नर्सों ने बताया कि मरीज के शरीर में पेन स्वेलिंग है. मरीज अब तक एक्सरे नहीं करा पाया है.मामले की जांच को बन रही टीम
संप्रेक्षण गृह के कांस्टेबल सुखनाथ प्रधान ने कहा कि अंदर घटना हुई है. हमलोग संप्रेक्षण गृह के बाहर रहते हैं. अधीक्षक रविवार से नहीं आ रहे हैं. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती ने कहा कि पवन कुमार निषाद संप्रेक्षण गृह के लेखापाल सहित प्रभारी गृहपति भी हैं. उन्होंने ऑफ द रिकॉर्ड कहा कि मामले की जांच के लिए टीम गठित की जा रही है. घटना के बाद प्रभारी वार्डन काफी भयभीत हैं. वह खुलकर कुछ भी कहने परहेज कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है