चाईबासा. खूंटपानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से शनिवार को तोरसिंदरी गांव में टीबी जागरुकता और टीबी मुक्त भारत अभियान को लेकर बैठक की गयी. ग्रामीणों को टीबी के लक्षण, निःशुल्क जांच व दवा, निक्षय पोषण योजना, रोग से बचाव व उन्मूलन की जानकारी दी. स्वास्थ्यकर्मी ओम प्रकाश ठाकुर ने बताया कि किसी को दो सप्ताह से लगातार खांसी, रात में पसीना आना, बलगम में खून आना, छाती में दर्द या वजन कम होने जैसे लक्षण हों, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर टीबी की नि:शुल्क जांच करवाएं. जांच में टीबी की पुष्टि होने पर छह माह तक नियमित दवा लें और परिजनों की भी जांच कराएं. यदि परिवार के सदस्यों की रिपोर्ट नकारात्मक आती है, तो उनका एक्स-रे कराएं. एक्स-रे में टीबी नहीं मिलने पर उनके खून की जांच कराएं. यदि उसमें संक्रमण पाया गया, तो उन्हें 12 सप्ताह तक दवा दें. प्रकाश ठाकुर ने जोर देकर कहा कि इन प्रक्रियाओं का पालन करने से ही टीबी को जड़ से समाप्त किया जा सकता है. ग्रामीण कार्यकर्ता अनिल महतो ने कहा कि गांव के हर व्यक्ति को टीबी के लक्षणों की जानकारी होना जरूरी है, ताकि समय पर पहचान और उपचार हो.
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