प्रतिनिधि, चाईबासा
सिंहभूम की पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर पूरे राज्य में सरकार आपके द्वार शिविर का शेड्यूल 21 नवंबर से 15 दिसंबर तक रखा गया था, पर अकारण 28 नवंबर तक बढ़ा दिया गया. उक्त बातें पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने रविवार को कचहरी तालाब स्थित कैफेटेरिया में आयोजित प्रेस वार्ता में कही. उन्होंने कहा कि मंईयां योजना और अबुआ आवास योजना की स्थिति यह है कि चक्रधरपुर अनुमंडल के आसनतालिया व पदमपुर में इन योजनाओं का पोर्टल नहीं खुल रहा है.
कहा कि मनोहरपुर के जिलिंगुटु में आवास का निरीक्षण किया गया तो अपूर्ण पाया गया. इससे जनता अपने को ठगा महसूस कर रही है. सरकार के पास अपने काम का कोई विजन नहीं है. इतना ही नहीं सरकार ने विद्यार्थियों को भी ठगने का काम किया है. पूरे राज्य में 6 लाख बच्चों को छात्रवृत्ति का पैसा नहीं मिला है. इससे विद्यार्थी मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस ठंड में सरकार द्वारा न तो कंबल वितरण किया गया, न अलाव की व्यवस्था की गयी. कहा कि गोइलकेरा रेफरल अस्पताल को कोई वित्तीय सहायता नहीं दी गयी. इस कारण इस अस्पताल को दवा खरीदने तक के पैसे नहीं हैं. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अभी तक धान की खरीदारी शुरू नहीं की गयी है. इस कारण ग्रामीण 15 से 16 रुपये प्रति किलो की दर से बाजार में धान बेचने को विवश हैं. सरकार की ये सारी कदम यह दर्शाता है कि सरकार ने राज्य की जनता को हर स्तर से ठगने का काम किया है. उन्होंने कहा कि यह महाठगबंधन की सरकार है.
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