चक्रधरपुर/सोनुवा. आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से बुधवार को राघोई गांव में विरोध-प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार व झामुमो के सभी सांसदों और विधायकों का पुतला दहन किया गया. यह प्रदर्शन कुड़मी-महतो जाति को जबरन अनुसूचित जनजाति (एसटी) सूची में शामिल कराने के प्रयासों के खिलाफ था. कार्यक्रम का नेतृत्व कविराज मुर्मू ने किया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कुड़मी-महतो समुदाय संवैधानिक और जनजातीय मानकों को पूरा नहीं करता, इसलिए इसे एसटी सूची में शामिल नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि ट्राइबल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने पहले ही इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, जिससे कानूनी तौर पर कुड़मी-महतो को एसटी सूची में शामिल करना असंभव हो गया है. आरोप लगाया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा राजनीतिक लाभ के लिए आदिवासियों के हितों के खिलाफ जाकर कुड़मी-महतो को एसटी सूची में शामिल करने का समर्थन कर रहा है. प्रदर्शनकारियों ने इस कदम को आदिवासी विरोधी और आदिवासी समाज की पहचान, भाषा, संस्कृति, आरक्षण और रोजगार पर हमला बताया. पुतला दहन कार्यक्रम में बिमो मुर्मू, खेलाराम माझी, प्रेमशिला मुर्मू, विजय कुमार हांसदा, लक्ष्मीनारायण बोदरा, कविराज मुर्मू, राजनाथ हेम्ब्रम, शुरू मुर्मू आदि मौजूद थे.
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