जैंतगढ़.
जैंतगढ़ में वैतरणी नदी के पुल के अस्तित्व पर खतरा है. देखरेख के अभाव में पुल जर्जर हो रहा है. यह पुल झारखंड का मुख्य द्वार माना जाता है. यह झारखंड- ओडिशा की सीमा पर एनएच 20 पर स्थित है. पुल से रोजाना हजारों की संख्या में छोटे- बड़े वाहनों का परिचालन होता है. 24 वर्ष पूर्व बना पुल जर्जर है. एग्जिट होल बंद हो चुके हैं. हमेशा पुल पर पानी जमा रहता है. जगह- जगह गड्ढे हो गये हैं. हर 10 फीट पर गड्ढे हैं. कई स्थानों पर सरिया बाहर निकल गया है. पुल पर वाहन गुजरने से कम्पन होता है.बाइक सवार दंपती दुर्घटना में घायल
पुल के मुहाने पर दोनों ओर बड़े-बड़े गड्ढे हैं. संपर्क सड़क कट गयी है. पुल किनारे गार्ड वाल नहीं है. गड्ढों में गिरने का मतलब है सीधे 60 से 70 फीट नीचे नदी में गिरना. बीती रात बाइक सवार दंपती बेलगाम ट्रक से बचने के चक्कर में गड्ढे के पास गिर गये. बाइक डिवाइडर में टकराने से पति-पत्नी दोनों को चोट आयी.
भारी वाहनों से पुल को खतरा
पुल पर क्षमता से अधिक लोड के भारी वाहन चलाए जा रहे हैं. 70-80 टन लोड ट्रेलर दनदनाते रहते हैं. अक्सर पुल पर जाम रहता है. स्कूली बच्चे और मरीज भी जाम में फंस जाते हैं. ओडिशा के चंपुआ शहर में नो इंट्री लगती है, तो भारी वाहनों का काफिला एक साथ 15 से 20 वाहन घंटे पुल पर खड़े रहते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

