नोवामुंडी.
चार माह के बच्चे को शव को झोला में भरकर घर ले जाने की घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व सांसद गीता कोड़ा शनिवार को पीड़ित परिवार के गांव नोवामुंडी प्रखंड की दिरीबुरु पंचायत स्थित बड़ा बालजुड़ी गांव के सिंदरी गौरी टोला पहुंचीं. उन्होंने शोकाकुल परिजनों को ढांढ़स बंधाया. परिवार को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया. पूर्व सांसद ने कहा कि मामला सदर अस्पताल चाईबासा और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर करता है. यह अमानवीय है. जिला प्रशासन और राज्य सरकार मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे. सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की मांग की. मौके पर नोवामुंडी मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन गोप, लालमोहन दास, सुबीर पान, पवित्रो पान, संजय घोष, बसंत गोप आदि उपस्थित थे.बच्चे को दो-तीन दिनों से बुखार था : दादी
दादी सुखमती चतोंबा ने बताया कि बच्चे को दो-तीन दिनों से हल्का बुखार था. हमने पहले पूजा-पाठ कर ठीक करने की कोशिश की. स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी आया और बच्चे को उसके पिता के साथ अस्पताल ले गया. बच्चे की मां रोयेबारी चतोंबा ने बताया कि बच्चे को बुखार था. हमलोग पूजा-पाठ करवा कर ठीक करने की कोशिश कर रहे थे. पूजा पाठ करने से ठीक हो जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

