चाईबासा.
चाईबासा के सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में थैलेसीमिया पीड़ित पांच बच्चों को एचआइवी संक्रमित खून चढ़ाने के विरोध में बुधवार को झारखंड बचाओ जनसंघर्ष मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष माधव चंद्र कुंकल के नेतृत्व में रांची के कुटे मैदान में धरना-प्रदर्शन किया गया. बच्चों के परिजनों ने बताया कि घटना के बाद सरकार ने इलाज, मुआवजा व अन्य सुविधाएं देने का वादा किया था. एक माह बाद भी किसी तरह की पहल नहीं हुई है.परिजनों से मिले सिंदरी विधायक, विस में मामला रखने का आश्वासन
परिजनों ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने वादा किया था कि पीड़ितों को स्वयं 02-02 लाख रुपये मुआवजा देंगे. पूरे परिवार का जिम्मेदारी लेंगे. एक माह बाद भी सरकारी पहल नहीं हुई है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. धरना स्थल पर पीड़ित परिवारों से सिंदरी विधायक चंद्र देव महतो ने मुलाकात की. उन्होंने परिजनों को भरोसा दिया कि सदन के पटल पर पीड़ित परिवार के पक्ष में मजबूती से बातों को रखा जायेगा.
झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था फेल
भुवनेश्वर एआइसीटीटीयू के राज्य सचिव भुवनेश्वर केवट ने कहा कि झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से फेल है. इसका नतीजा है कि अस्पताल से संक्रमित खून चढ़ा दिया जा रहा है. माधव चंद्र कुंकल ने कहा कि झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए काला अध्याय है. स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के कारण बच्चों को एचआइवी संक्रमित खून चढ़ा दिया गया, जो गंभीर अपराध है.एक-एक करोड़ मुआवजा दे सरकार
पीड़ित बच्चों को भारत में सबसे बेहतर इलाज की व्यवस्था करना, परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा, पीड़ितों को अबुआ आवास व दोषी कर्मचारियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की. इस अवसर पर रेयांश सामड, राहुल बिरुवा, जगदीश बिरुवा, मनोज सिंह गोप, जय प्रकाश बिरुवा, गोविंद बिरुवा, विशाल सवैया व मथुरा पूर्ति आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

