चाईबासा.
जिले के मैट्रिक व इंटर बोर्ड परीक्षार्थियों के रिजल्ट में सुधार लाने को लेकर शिक्षक संघ, जिला शिक्षा विभाग और उपायुक्त के दिशा-निर्देशन में महत्वपूर्ण पहल की जा रही है. पिछले कुछ वर्षों से परीक्षा परिणाम कमजोर रहने के बाद “टेस्ट-सेतु” अभियान के अंतर्गत चलाये जा रहे प्रयासों से इस बार बेहतर परिणाम की उम्मीद की जा रही है. मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों को बोर्ड परीक्षा के लिए विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है. शिक्षा विभाग द्वारा प्राप्त फीडबैक के आधार पर तीन चरणों में कमजोर विद्यार्थियों की पहचान की गयी है. इन विद्यार्थियों को शिक्षकों द्वारा शून्य लागत पर सहयोग प्रदान किया जा रहा है. दो चरण पूरे हो चुके हैं, जबकि अंतिम चरण की तैयारी जारी है. इस पहल से विद्यालयों में भी शिक्षा का माहौल सशक्त हुआ है.दो चरण पूर्ण, तीसरे की तैयारी जारी
अभियान के पहले चरण में 25% कोर्स वर्क पूरा कर 30% अंक के ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की तैयारी करायी गयी. दूसरे चरण में 50% कोर्सवर्क लक्ष्य रखा गया. अब अंतिम चरण में 100% कोर्सवर्क पूरा कर विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा की पूर्ण तैयारी करायी जा रही है. दसवीं की परीक्षा में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे, जबकि बारहवीं में बहुविकल्पीय के साथ कुछ दीर्घ उत्तरीय प्रश्न भी शामिल रहेंगे. प्रत्येक विद्यालय द्वारा विद्यार्थियों की तैयारी का अपडेट नियमित रूप से अपलोड किया जा रहा है, जिसके लिए शिक्षा विभाग ने एक विशेष ऐप उपलब्ध कराया है. विद्यालय प्रधानों को निर्देश दिया गया है कि परीक्षा से संबंधित सभी तैयारी समय पर पूरी करें. “टेस्ट-सेतु” अभियान को जिले की सामूहिक शैक्षणिक सुधार पहल के रूप में देखा जा रहा है.
कठिन विषयों के लिए किया जा रहा फोकस
इंटरमीडिएट स्तर पर गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान को कठिन विषय के रूप में चिह्नित किया गया है. वहीं मैट्रिक के लिए गणित, विज्ञान और समाज विज्ञान विषयों पर विशेष फोकस किया जा रहा है.
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