चाईबासा.
पश्चिमी सिंहभूम जिले के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) संदीप कुमार मीणा की अध्यक्षता में सोमवार को जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक हुई. मौके पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के चाईबासा और चक्रधरपुर के कार्यपालक अभियंता उपस्थित रहे. बैठक में जिले में संचालित जलापूर्ति योजना एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के कार्यों की समीक्षा हुई. डीडीसी ने मोंगरा जलापूर्ति योजना, गुमरिया जलापूर्ति योजना व डीएमएफटी से संचालित मंझगांव जलापूर्ति योजना की रिपोर्ट ली. डीडीसी ने पूर्व में निर्मित ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं की मरम्मत व संपोषण के लिए प्राक्कलन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. संबंधित ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों से समन्वय स्थापित कर योजनाओं की मरम्मत व संपोषण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. बैठक में उप विकास आयुक्त ने कहा कि जिन जलापूर्ति योजनाओं में निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है, उनको दिसंबर तक व शेष योजनाओं को मार्च 2026 तक निर्धारित समय सीमा में पूरा करना सुनिश्चित करें.घरेलू शौचालय की स्वीकृति व निर्माण में प्रगति लायें
डीडीसी ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत दोनों प्रमंडल में संचालित योजनाओं की जानकारी ली. समय सीमा के भीतर योजनाओं को पूर्ण कराने साथ संबंधित पदाधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर स्थल पर जलापूर्ति योजनाओं के तहत सभी कार्यों को शीघ्र पूरा कराने का निर्देश दिया. स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 अंतर्गत व्यक्तिगत घरेलू शौचालय की स्वीकृति व निर्माण में प्रगति लाने को कहा. बैठक में पृथक्करण शेड व कचरा वाहन के संचालन और प्लास्टिक कचरा मैनेजमेंट यूनिट के निर्माण के संबंध में चर्चा की गयी. बैठक में जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, पेयजल विभाग के सभी सहायक अभियंता, सभी कनीय अभियंता, जिला समन्वयक, एसबीएम, जेजेएम, यूनिसेफ सहयोगी के समन्वयक, प्रखंड वॉश समन्वयक सहित अन्य उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

