चाईबासा. जैंतगढ़ के सिलाइसाही व तोड़ांगहातु गांव में गुरुवार रात हाथियों के झुंड ने धान की फसल को खाने के बाद रौंदकर बर्बाद कर दिया. हाथियों ने काटकर खेतों के मेड़ पर रखे धान को भी रौंद डाला. बागान में लगी सब्जियों को भी चट कर गये. हाथियों का झुंड तीन घंटे तक जगासही, बेलपोसी, माणिकपुर, दावबेड़ा गावों में विचरण करते रहे. दर्जनभर से अधिक किसानों की फसलों को खाने के साथ रौंद डाला. तैयार फसलों को नुकसान पहुंचाया. ग्रामीणों ने पटाखे फोड़कर और मशाल जलाकर हाथियों को खदेड़ा. ग्रामीणों ने बताया कि दो हाथियों का झुंड हमारी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
विभाग से मुआवजा देने की मांग की
ग्रामीणों ने बताया कि दूसरा झुंड तेटुदीपोसी, कूदाहातु, सोसोपी, बाइहातू, चूड़ीसाही, तोड़ांगहातु, कुंद्रीझोर, सिंहबेड़ा आदि क्षेत्र में जमकर उत्पात मचाया. झुंड में 17 हाथी बताये जाते हैं. हाथियों के झुंड ने कोंकुआ नाला के पास लगी सब्जियों और तैयार धान की फसल को भी खा गये. ग्रामीणों ने टीना पीटकर और पटाखे फोड़कर हाथियों को खदेड़ा. हाथियों के कारण दर्जनभर गांव के लोगों ने रतजगा कर अपनी फसलों की रक्षा की. समाजसेवी चंद्रमोहन तिरिया ने विभाग से हाथी भगाओ दस्ता बुलाकर हाथियों को जंगल की ओर खदेड़कर फसलों की रक्षा करने और जिन किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है उन्हें मुआवजा देने की मांग की है. समाजसेवी निवास तिरिया ने कहा कि ये सभी भुक्तभोगी किसान केसीसी धारक हैं. पूरे खर्च के हिसाब से मुआवजा दिया जाए.
इन किसानों को हुई क्षति सोसोपी गांव
सतीश तिरिया, कमल तिरिया, नारायण तिरिया, सुदर्शन सोय, जमादार सोय, जमादार तिरिया, लक्ष्मण बोयपाई, जुगु लमाये, चिंगड़ु तिरिया, बृजमोहन तिरिया, कमल किशोर लामाये, अन्नू तिरिया, राखाल लमाये.कुंद्रीझोर गांव
नानदो हेंब्रम, दमबी हेंब्रम, मदन हेंब्रम, सूरज हेंब्रम, दमबी तिरिया, महेंद्र तिरिया, संदीप तिरिया, सुरेन तिरिया, आदर्श तिरिया, टोकलो तिरिया, जानम तिरिया, निर्मल तिरिया, रसिका तिरिया, राजेश तिरिया, गंगाराम कराई, बजमती तिरिया, बिशु केराई, शैलेन्द्र सिंकु और एसई बोयपाई शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

