चक्रधरपुर.
रेलवे के बॉडी बिल्डरों को देश व विदेशों में पहचान देने व खिलाड़ियों को अपने-अपने जोन में शून्य से शिखर तक ले जाने वाले भारतीय रेलवे के अंतर्राष्ट्रीय कोच सह रेलवे के चीफ रेफरी रवींद्र पाटिल, दपू रेलवे के कोच शांतनु भट्टाचार्य व नेशनल रेफरी युवराज को भावभीनी विदाई दी गई. समारोह में देश भर के विभिन्न रेलवे जोन से आये कोच व बॉडी बिल्डरों ने उन्हें अपने राज्यों के यादगार वस्तु भेंट किये. साथ ही उन्हें बॉडी बिल्डरों ने आदर व सत्कार देते हुये सम्मानपूर्वक विदाई दी गई. तीनों कोच व जजों रेलवे ने सेवानिवृत्त हो रहे हैं. उन्होंने रेल सेवा करते हुये रेलवे में बॉडी बिल्डिंग को नयी पहचान दिलायी है.सम्मान पाकर दिल भर आया है
रेलवे के चीफ रेफरी रवींद्र पाटिल ने कहा कि पूरे जोन के बॉडी बिल्डरों से सम्मान पाकर दिल भर आया है. जीवन का यह यादगार दिन साबित हुआ. हर साल भारतीय रेलवे के बॉडी बिल्डिंग में प्रगति हो रहा है. यह अच्छी सोच व खेल भावना से ही संभव हो सका है. बॉडी बिल्डिंग में यहां के दर्शकों में समझ है और बेहतरीन बॉडी बिल्डर हैं. दपू रेलवे के मुख्य कोच शांतनु भट्टाचार्य ने कहा कि बॉडी बिल्डिंग में सालों की मेहनत रंग लायी है.
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