चाईबासा.सदर (चाईबासा) प्रखंड के बरकेला में शनिवार को टाटा स्टील फाउंडेशन ने तालाब आधारित समेकित कृषि प्रणाली मेला का आयोजन किया. पंचायत स्तर पर तालाब आधारित समेकित कृषि प्रणाली पर चर्चा की. टाटा स्टील सह देगा देपेंगा ट्रस्ट के कॉर्डिनेटर महेश कुजूर ने किसानों को तालाब में मछली, झींगा व बत्तख पालन का लाभ बताया. बत्तख पालन से पानी में ऑक्सीजन बढ़ता है. मछलियों का ग्रोथ (वृद्धि) में तेजी आयेगी. वहीं, मछलियों को आहार भी आसानी से मिलेगा. वहीं, तालाब की क्यारी में बागवानी भी कर सकते हैं. इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि बारिश नहीं हुई, तो फलदार पौधा लगाकर आमदनी की संभावनाएं तलाश सकते हैं. यह वातावरण को नुकसान होने से बचाता है. इंसानों को कुपोषण जैसी बीमारियों से भी निजात मिलेगी. तालाब से आमदनी होने का जीवन चक्र चलता रहेगा. लिहाजा तालाब किसानों के लिए एटीएम साबित हो सकता है. मौके पर कॉर्डिनेटर प्रभात सुमन, महेश मिरू, प्रेमागन सुंडी, दशरथ देवगम, बुधराम पांडू, जगदीश सुंडी व, सुमन आदि उपस्थित थे.
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