जैंतगढ़.
झारखंड व ओडिशा के सीमावर्ती क्षेत्र में हाथियों का प्रकोप जारी है. जगन्नाथपुर प्रखंड अंतर्गत दीदी बरु जंगल में विगत 15 दिनों से हाथियों का एक झुंड डेरा डाले हुए हैं. इनमें मादा हाथी, दंतैल हाथी और कुछ बच्चे शामिल हैं. हाथी लगातार ठिकाना बदल रहे हैं. दीदी बरु, दाव बेड़ा बिट, जुगीनंद जंगल तो कभी जाम पानी की ओर निकल जाते हैं. सिंहबेड़ा, तोड़ाग हातू, कॉलम सही, कुंडरी जोर, जोड़ा पोखर, तेंटूडी पोसी, बसेरा, दाव बेड़ा, मनीकपुर, कुदाहातु, सोसोपी आदि क्षेत्र के खेतों में धान की फसल को चट कर जा रहे हैं. हाथियों के खौफ से क्षेत्र में दहशत है. शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है. लोग अपने स्तर से टिन पीटकर या पटाखे छोड़ कर हाथियों को खदेड़ रहे हैं. समाजसेवी निवास तिरिया ने कहा कि हर साल क्षेत्र में हाथी उत्पात मचाते हैं. फसल को नष्ट कर देते हैं. इसके कारण किसानों को भारी नुकसान होता है. वन विभाग इसे लेकर कोई पहल नहीं करती है. यह झुंड घरों में रखे धान चावल को भी खा जाते हैं. वहीं, दूसरी ओर चंपुआ वन क्षेत्र के बालीबंद, टुनटुन, पाटला, बमबारी आदि क्षेत्र में 50 से अधिक जंगली हाथी विभिन्न झुंडो में बंटकर उत्पात मचा रहे हैं. हाथी शाम होते ही गांव के खेतों में धावा बोलते हैं. सड़कों पर विचरण करते है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

