चाईबासा.
ममता वाहन मालिकों ने चार माह की बकाया राशि के भुगतान, भाड़े की दर में वृद्धि और पुरानी व्यवस्था में सुधार की मांग की है. ममता वाहन मालिकों ने इसे लेकर सोमवार को सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपा. मालिकों ने बताया कि उन्हें चार माह से भुगतान नहीं मिला है. इससे उन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पत्र में बताया है कि ममता वाहन मालिक के घर से गर्भवती महिला के घर तक और अस्पताल पहुंचाने तक 6 किलोमीटर की दूरी 300-300 रुपये की दर से 600 रुपये तथा इसके अतिरिक्त प्रति किलोमीटर 9 रुपये दर से राशि की भुगतान की जा रही थी. अब जून 2025 से झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मिशन समिति के अभियान निदेशक द्वारा लागू किये गये नये नियम के तहत एक ही तरफ का मात्र 300 रुपये कर दिया गया है. एक तरफ की राशि की कटौती कर दी गयी है. इससे वाहन मालिकों को वाहन चलाने में काफी परेशानी हो रही है. वहीं सरकार की ओर से वाहन का इंश्यूरेंस, पोलुशन समेत सभी कागजातों को अपडेट रखने को कहा जाता है. सभी खर्चों को ध्यान में रखते हुए मालिकों को वाहन चलाने में काफी दिक्कतें हो रही हैं. वाहन मालिकों ने कहा कि पुराने दर को लागू किया जाए. मालिकों ने कहा कि 20 दिसंबर तक मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो वाहन खड़ी कर देने की चेतावनी दी है. मालिकों ने बताया के पश्चिमी सिंहभूम के विभिन्न प्रखंडों में 44 ममता वाहन चल रहे हैं. प्रतिनिधिमंडल में रासिका हेंब्रम, मो मुश्ताक, नरहिर माझी शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

