चाईबासा. सूरजमल जैन डीएवी पब्लिक स्कूल में उत्साह से लाइब्रेरी साइंस के जनक डॉ एसआर रंगनाथन की जयंती पुस्तकालय दिवस के रूप में मंगलवार को मनायी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत डॉ एसआर रंगनाथन की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पण कर की गयी प्राचार्य ओम प्रकाश मिश्रा ने कहा कि इस डिजिटल युग में भी किताबों की महत्ता कम नहीं है. पुस्तकालय ज्ञान का महासागर है. यह केवल किताबों का भंडार नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण का केंद्र है. हमें जीवनभर किताब पढ़ने की आदत रखनी चाहिए. इस अवसर पर उन्होंने लाइब्रेरी का उद्घाटन किया.
लाइब्रेरी में 8327 किताबें उपलब्ध :
पुस्तकालयध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा इस दिन हमें डॉ एसआर रंगनाथन के योगदान को याद दिलाता है. जिन्होंने भारत में पुस्तकालय विज्ञान को नयी दिशा दी. आज के विद्यार्थी यदि पुस्तकालय का सही उपयोग करे, तो वह अपने जीवन को ज्ञान से आलोकित कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि हमारे पुस्तकालय में वर्तमान में 8327 पुस्तकें उपलब्ध हैं. मौके पर वरिष्ठ शिक्षक चंद्रशेखर ने भी विचार व्यक्त किये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

