चक्रधरपुर.
त्योहारी सीजन शुरू होते ही ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है. नवरात्र, दशहरा, दिवाली और छठ पूजा जैसे प्रमुख पर्वों के मद्देनजर मुंबई से आने और हावड़ा की ओर जाने वाली 30 से अधिक ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट 100 के पार पहुंच चुकी है. वहीं, दुर्ग-आरा साउथ बिहार एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में अक्तूबर तक कन्फर्म टिकट मिलना लगभग नामुमकिन हो गया है.न रिज़र्वेशन, न स्पेशल ट्रेन, न अतिरिक्त कोच
हर साल रेलवे यात्री सुविधाओं के दावे तो करता है, लेकिन हकीकत इससे काफी अलग है. चक्रधरपुर से होकर जाने वाली प्रमुख ट्रेन साउथ बिहार एक्सप्रेस में 22 सितंबर से लेकर अक्तूबर तक लगातार वेटिंग चल रही है. हालात ये हैं कि कई तारीखों के लिए वेटिंग टिकट भी उपलब्ध नहीं है. अब तक रेलवे ने न तो अतिरिक्त कोच जोड़ने की घोषणा की है और न ही बिहार के लिए कोई स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. ऐसे में अपने घर जाने की तैयारी कर रहे यात्रियों की चिंताएं बढ़ गयी हैं.इन ट्रेनों में सीट फुल, वेटिंग टिकट भी मुश्किल
दुर्ग-आरा साउथ बिहार एक्सप्रेस, ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस, आजाद हिंद एक्सप्रेस, बिलासपुर-पटना सुपरफास्ट, जगदलपुर-हावड़ा एक्सप्रेस, एर्नाकुलम-टाटानगर एक्सप्रेस, साईनगर शिर्डी एक्सप्रेस, हावड़ा एक्सप्रेस (कुल 30 से अधिक ट्रेनें)त्योहारों में डेढ़ गुना बढ़ी यात्री संख्या
रेलवे सूत्रों के अनुसार, इस समय ट्रेनों में यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में डेढ़ गुना तक बढ़ गयी है. इससे मुंबई-हावड़ा और बिहार जाने वाली ट्रेनों में रिजर्वेशन की स्थिति रीग्रेट तक पहुंच गयी है, यानी अब वेटिंग टिकट भी नहीं मिल रहे. लोग मजबूरी में वेटिंग टिकट लेकर सफर कर रहे हैं, जिससे ट्रेनों और प्लेटफॉर्म पर अप्रत्याशित भीड़ उमड़ रही है. यह स्थिति रेलवे प्रशासन के लिए सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की बड़ी चुनौती बनती जा रही है. चक्रधरपुर समेत कोल्हान क्षेत्र में बड़ी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं, जो विशेष रूप से छठ और दिवाली में अपने घर लौटते हैं. लेकिन रेलवे ने अब तक ऐसे यात्रियों को राहत देने की दिशा में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है. इससे बिहार आने जाने वाले यात्रियों को त्योहारी सीजन में परेशानी होगी.
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