चाईबासा. ले के सरकारी प्लस टू उच्च विद्यालयों में कार्यरत 110 व्यावसायिक शिक्षकों को पांच माह से मानदेय नहीं मिला है. गुरुवार को व्यावसायिक शिक्षकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की. व्यावसायिक शिक्षकों ने कहा कि अगर सात दिनों में समस्या का निदान नहीं हुआ, तो हमलोग हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे. व्यावसायिक शिक्षकों ने कहा कि समस्या के संबंध में हमलोगों ने कई बार जेइपीसी से निवेदन किया, परंतु सिर्फ आश्वासन ही मिला. मानदेय नहीं मिलने से हमलोग मानसिक व आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं.
वृद्धि की गयी राशि भी नहीं मिल रही
व्यावसायिक शिक्षकों ने बताया कि यह केंद्र प्रायोजित योजना है, जो झारखंड में वर्ष 2015 से संचालित किया जा रहा है. केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा झारखंड के व्यवसायिक प्रशिक्षकों के मानदेय में वर्ष 2021 से 1000 प्रति वर्ष वृद्धि कर रही है. परंतु जेइपीसी रांची द्वारा वृद्धि राशि नहीं दी जा रही है. वर्ष 2025-26 के लिए केंद्र सरकार द्वारा झारखंड के व्यवसायिक प्रशिक्षकों का मानदेय 24000 प्रतिमाह किया गया है. जबकि जेइपीसी प्रशिक्षकों को 20000 प्रतिमाह मानदेय दे रही है. पूर्व परियोजना निदेशक आदित्य रंजन द्वारा माह सितंबर 2024 में कहा गया था कि सत्र 2023-24 में मानदेय वृद्धि की राशि (23000) एरियर के रूप में दिसंबर (2024) माह में दे दिया जायेगा, परंतु नहीं दिया गया. सत्र 2025-26 में हुई मानदेय वृद्धि देने को लेकर बार-बार आश्वासन दिया जाता है, परंतु अभी तक मानदेय में हुई वृद्धि राशि नहीं दी गयी है.
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