चाईबासा.
चाईबासा में खनन कंपनियों के भारी वाहनों से हो रही दुर्घटनाओं से ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. आगामी 27 अक्तूबर को परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा के आवास का घेराव करने का निर्णय लिया है. इसके लिए सदर प्रखंड के गांव-गांव में बैठक कर ग्रामीणों को एकजुट किया जा रहा है. शुक्रवार को आयता, टेकासाई, डोबरोसाई, गितिलपी, सिंहपोखरिया, सुरलु व अंगड़िया गांव में बैठक की गयी. इसमें काफी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए. ग्रामीणों का कहना है कि खनन कंपनी के भारी वाहनों से सड़कों पर लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं. ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि प्रत्येक घर से कम से कम एक व्यक्ति आंदोलन में भाग लेंगे. प्रधान तामसोय ने कहा कि राज्य सरकार की नजर में हमारी जान की कीमत नहीं है. हमें मौत के मुंह में छोड़ दिया गया है. चुनाव के समय आकर वादे करते हैं, लेकिन निभाते नहीं हैं. संजय देवगम ने कहा कि सरकार पूंजीपतियों की सेवा में लगी है. उनके माल वाहक गाड़ी चले, इसके लिए सुलभ व्यवस्था कर रही है. दिनभर माल वाहक गाड़ियों के कतारबद्ध चलने से चाईबासा के आसपास के गांवों के लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण गुरु हो सिंकु ने कहा कि एनएच दुर्घटना में उन्होंने अपने छोटे भाई को खोया है. इस प्रकार कई लोगों ने अपने भाई-बहन या अभिभावक को खोया है. आगे दुर्घटना न हो, इसके लिए आंदोलन जरूरी है. मौके पर समाजसेवी रमेश बालमुचू, अधिवक्ता महेंद्र जामुदा, रेयांस सामड, हरिश सामड, बुधराम गोप, मंगल पाड़ेया उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

