चाईबासा. झारखंड आंदोलनकारियों के आश्रितों को राज्य सरकार रिक्तियों में प्राथमिकता के साथ नियुक्ति करे. झारखंड आंदोलनकारियों के लिए राजधानी व राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में सुविधायुक्त अथितिगृह बने. सम्मेलन की अध्यक्षता पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा ने की. सम्मेलन का संचालन नवाज हुसैन ने किया. झारखंड आंदोलनकारियों का 10 लाख रुपये का सामूहिक बीमा किया जाये. उक्त बातें पूर्व विधायस मंगल सिंह बोबोंगा ने मंगलवार को झारखंड आंदोलनकारी सिंहभूम द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य से झारखंडियों ने अलग राज्य की लड़ाई लड़ी, वह आज तक पूरी नहीं हो सकी. झारखंड आंदोलनकारियों को मान सम्मान नहीं मिलना आंदोलनकारियों का अपमान है. आंदोलनकारियों ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन और रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि दी.
जेल जाने की बाध्यता समाप्त हो
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक महासचिव पुष्कर महतो ने कहा कि राज्य सरकार 03 जनवरी को मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा जयंती को झारखंड आंदोलनकारी दिवस घोषित करे. झारखंड आंदोलनकारियों को राजकीय मान सम्मान, अलग पहचान, रोजी-रोजगार एवं नियोजन में सत प्रतिशत गारंटी मिले. वहीं जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करते हुए सभी आंदोलनकारियों को 50-50 हजार रुपये की सम्मान राशि मिले. आंदोलनकारी मानसिंह बांकिरा ने कहा कि राज्य सरकार के जनजातीय सलाहकार परिषद (टी.ए.सी) में 10 आंदोलनकारी सदस्यों को शामिल करे.
इन्होंने भी किया संबोधित
सम्मेलन को आसमान सुंडी, सुधीर मुंडू, सुनील सिरका, बुधराम लागुरी, राजू महतो, केपी सेठ सोय, रोजलीन तिर्की, कोलबंस हांसदा, वीरसिंह हेम्ब्रम, गंगाराम सिंकू, फिरोज अहमद, दामू बानरा, चंपाई बोयपाई, ब्रजमोहन सिंकू, ज्वाला कोड़ा, हरिशचंद्र महतो, अशोक पान, मो बारीक, सुहेल अहमद, कृष्णा सिंकू, जारफ अहमद, सुरेश पूर्ति, हरिलाल करजी, कुशनु गोप, त्रिभुवन हेस्सा, गिरिधारी तुबिद, अर्जुन बानरा, सिदेश्वर बिरुवा, जयकिशन, सिदेश्वर बानरा, विनीता खलको, एरान कच्छप, झींगी हेस्सा, परमिला तिरिया, जुड़न सामड, अजय महतो, अंजन प्रधान, सुखदेव राम रवि समेत विभिन्न जिले से झारखंड आंदोलनकारी शामिल हुए.
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