चक्रधरपुर. चक्रधरपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर स्थित गोपीनाथपुर लैंपस में बुधवार से धान खरीद की प्रक्रिया शुरू हो गयी. कार्यक्रम का उद्घाटन विधायक सुखराम उरांव ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. उद्घाटन के साथ ही लैंपस द्वारा क्षेत्र के किसानों से धान खरीद की प्रक्रिया प्रारंभ हुई. विधायक ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को समय पर भुगतान और उचित समर्थन मूल्य देने के लिए प्रतिबद्ध है. अब किसानों को धान जमा करने के 48 घंटे के भीतर ही उनके खातों में भुगतान की राशि भेज दी जायेगी. इससे किसानों को सुविधा होगी और वे समय पर अगली फसल की बुआई कर सकेंगे. विधायक ने कहा कि धान केंद्र में ही बेचें, बिचौलिये के चक्कर में न फंसे. बीडीओ कांचन मुखर्जी और सीओ सुरेश कुमार सिन्हा ने धान अधिप्राप्ति से संबंधित जानकारी दी और किसानों से योजना का अधिकाधिक लाभ लेने का आग्रह किया. अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष चक्रधरपुर में 30 हजार क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. सामान्य श्रेणी के धान का समर्थन मूल्य 2450 रुपये प्रति क्विंटल व ए ग्रेड धान का मूल्य 2470 रुपये तय किया गया है. मौके पर प्रखंड प्रमुख ज्योति सिजुई, गोपीनाथपुर पंचायत मुखिया सेलाय मुंडा, बाइपी मुखिया पिंकी जोंको, लैंपस अध्यक्ष मदन सिंह हांसदा, सचिव बन बिहारी लोहार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी दिलीप कुमार महतो समेत किसान उपस्थित थे.
टोकलो में धान क्रय केंद्र खोलने की उठी मांग
चक्रधरपुर. चक्रधरपुर प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के किसानों की समस्याओं को देखते हुए टोकलो लैंपस में नया धान अधिप्राप्ति केंद्र खोलने की मांग जोर पकड़ने लगी है. कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी विजय सिंह सामड के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने बीडीओ के माध्यम से उपायुक्त को लिखित आवेदन सौंपा. सामड ने बताया कि चक्रधरपुर प्रखंड के तहत कुल 23 पंचायतें आती हैं, लेकिन वर्तमान में केवल चक्रधरपुर गोदाम में ही धान अधिप्राप्ति केंद्र संचालित है. प्रखंड के कई गांवों से इस केंद्र की दूरी 28 से 30 किलोमीटर है, जिससे किसानों को धान बेचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि लंबी दूरी से किसानों का समय और धन दोनों बर्बाद हो रहा है. परिवहन पर भारी खर्च होने से किसानों का मुनाफा घट जा रहा है. किसानों की सुविधा और हित को ध्यान में रखते हुए टोकलो लैंपस गोदाम में शीघ्र धान अधिप्राप्ति केंद्र खोलना आवश्यक है. एकमात्र केंद्र होने से किसानों को घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ता है, टोकलो में केंद्र खुलने से हजारों किसानों को स्थानीय स्तर पर ही उचित मूल्य प्राप्त होगा और आर्थिक बोझ कम होगा. मौके पर भोलेनाथ बोदरा, पूर्णचंद्र मुखी, बासुदेव मुखी, मो. सदाम हुसैन, सुखलाल जारिका, सरोज कुमार महतो समेत अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

