चाईबासा.
समाहरणालय सभागार में गुरुवार को उपायुक्त नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई. इसमें झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी एवं जिले में संचालित विभिन्न आजीविका कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गयी. मौके पर जेएसएलपीएस के डीपीएम ने बताया कि जिले में वर्तमान में 35 क्लस्टर लेवल फेडरेशन के अंतर्गत 10,140 स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनसे लगभग 1,04,000 महिलाएं जुड़ी हुई हैं. डीसी ने इन समूहों की आय में वृद्धि और महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न आजीविका गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया.बांस के उत्पाद और अगरबत्ती निर्माण से जुड़ेंगी महिलाएं
उपायुक्त ने कहा कि बांस आधारित उत्पाद निर्माण, अगरबत्ती एवं मोमबत्ती निर्माण, सब्जी और फूलों की खेती, बागवानी, पशुपालन तथा मधुमक्खी पालन जैसे क्षेत्रों में इच्छुक महिलाओं को जोड़ा जाए. उन्होंने स्थानीय बाजार में उत्पादों के लिए स्थान उपलब्ध कराने, उचित मूल्य सुनिश्चित करने और विपणन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए. डीसी ने समूहों की वर्तमान आय, कार्य योजना और कौशल विकास से संबंधित जानकारी संकलित कर विस्तृत डाटा तैयार करने को कहा. उन्होंने एसएचजी के लिंकेज गैप को समाप्त करने, बीडीओ द्वारा आजीविका संसाधन केंद्र के लिए स्थान निर्धारित करने और अनुदानित दर पर ऋण उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए. बैठक में डीडीसी सुश्री रीना हांसदा, डीएओ रोशन नीलकमल सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे.
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