जैंतगढ़.
चंपुआ डाकबंगला में शनिवार को कांग्रेस संगठन का गठन कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर केंद्रीय कांग्रेस पर्यवेक्षक एवं तमिलनाडु के विधायक मौलाना हसन, राज्य कांग्रेस पर्यवेक्षक सुशीला थिरिया, योगेश अग्रवाल तथा ओडिशा प्रदेश पर्यवेक्षक सुदर्शन जेना ने चंपुआ विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों के नामों के चयन की प्रक्रिया पूरी की. कार्यक्रम में राज्य आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जोशवंत नारायण सिंह लागुरी, कार्यकारी जिला अध्यक्ष संगीता सिंहदेव, पूर्व विधायक एवं महासचिव सुवर्ण नायक, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस सदस्य गुरबख्श सिंह अहलूवालिया, पूर्व विधायक प्रत्याशी यदुमणि बारिक, वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय दास, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष प्रदीप नायक, वर्तमान ब्लॉक अध्यक्ष रंजीत बेहरा सहित कई प्रमुख नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे. कांग्रेस नेताओं ने संगठन विस्तार के साथ-साथ सदस्यता अभियान को तेज़ करने और घर-घर कांग्रेस का संदेश पहुंचाने पर विशेष चर्चा की. इस दौरान कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने की रणनीति पर भी विमर्श हुआ. ओडिशा कांग्रेस पर्यवेक्षक सुदर्शन जेना ने कहा कि राज्य में जल्द ही संगठन का पुनर्गठन एवं विस्तार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बूथ स्तर से लेकर राज्य स्तर तक संगठन को सशक्त बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है.केंद्र को आठ साल बाद दिखी जनता की तकलीफ : राजेश
चाईबासा.
वस्तु एवं सेवा कर के टैक्स स्लैब में हुए बदलाव पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने शनिवार को चाईबासा परिसदन में कहा कि दूध, दही, पेंसिल, किताबों, कृषि उपकरण, जीवन रक्षक दवाओं, स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर जीएसटी लगाकर कमाई करने वाली सरकार की आंखों की रोशनी आठ वर्ष बाद लौटी. अब उन्हें आम आदमी की तकलीफ दिखी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की जीएसटी नीति का नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने वर्ष 2016 में विरोध किया था. पर हठधर्मी मोदी सरकार ने लोगों की परेशानियों को दरकिनार कर औद्योगिक समूहों को लाभ पहुंचाने की नीयत से बेतुका स्लैब जारी रखा. श्री ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की नीतियां जनहित की है और भाजपा की जनविरोधी. उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का आधार किसान वर्ग और करदाता हैं. उनसे उच्च दर पर टैक्स की वसूली की गयी. इससे आम लोगों के घर का बजट बिगड़ गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

