जैंतगढ़. जगन्नाथपुर प्रखंड की मुंडुई पंचायत स्थित गुटूसाही गांव डायरिया की चपेट में है. दो दर्जन से अधिक लोग आक्रांत हैं. गंभीर रूप से पीड़ित मरीज चंपुआ अनुमंडल अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. गांव में रोज नये मरीज मिल रहे हैं. सूचना पाकर जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जयंतो कुमार ने मेडिकल टीम गुटूसाही गांव में भेजा. टीम ने गांव में 68 लोगों की जांच की. इसमें 26 लोग डायरिया से पीड़ित पाये गये. उन्हें दवा के साथ बचाव का तरीका बताया गया. पांच मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए चम्पुआ अनुमंडल अस्पताल भेजा गया. ग्रामीणों ने बताया कि मेडिकल टीम स्कूल में बैठ कर जांच कर रही थी. ऐसे में जो पहुंच सके, उनका इलाज हुआ. कुछ मरीज नहीं पहुंच सके. टीम को गांव का भ्रमण करना चाहिए था.
एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं, निजी वाहन चालक करते हैं मनमानी:
ग्रामीणों ने बताया कि रात में मरीज की स्थिति बिगड़ने पर चंपुआ अस्पताल में ले जाने में दिक्कत होती है. वाहन नहीं मिलता है. ऑटो वाले काफी मिन्नत के बाद अधिक पैसा लेकर जाते हैं. बुधवार देर रात में दो मरीज की हालत सीरियस हो गयी थी. काफी मिन्नत करने और अधिक पैसा देने के बाद एक ऑटो वाला तैयार हुआ. क्षेत्र में एम्बुलेंस की कोई व्यवस्था नहीं है.टीम को गांव में कैंप करना चाहिए : पीएलवी
सूचना मिलने पर डालसा सचिव रवि चौधरी के निर्देश पर पीएलवी प्रमिला पात्रो, समाज सेवी शम्भू गुप्ता और आमिर हिंदुस्तानी गांव में पहुंचे. पीएलवी ने कहा कि गांव की स्थिति अभी ठीक नहीं है. डायरिया फैल रहा है. बुधवार को मेडिकल टीम गांव पहुंची थी. कुछ घंटे रहकर चली गयी. ऐसे में कंट्रोल नहीं होगा. मेडिकल टीम को संसाधनों के साथ कैम्प लगाकर गांव में बैठना होगा. मेडिकल टीम के साथ एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाये. उन्होंने कहा कि गांव में कुपोषित बच्चे व टीबी के मरीज भी हैं. गांव में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

