चाईबासा. चाईबासा अंचल के लगभग 2 लाख 98 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को सुरक्षित व निर्बाध बिजली मिलेगी. इसके लिए जिले में केंद्र सरकार की दो योजनाएं (एक शहरी क्षेत्र व दूसरी ग्रामीण क्षेत्र) चल रही है. वर्ष 2026 के दिसंबर तक योजनाएं पूर्ण होने की उम्मीद है. इसे पूर्ण होने के बाद बिजली चोरी पर अंकुश लगेगा. चाईबासा शहरी क्षेत्र में लगभग 14 हजार उपभोक्ता और ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 43 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा.
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में मिल रहा फुल लोड:
चाईबासा शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 20 मेगावाट से अधिक बिजली की आवश्यकता होती है. शहरी क्षेत्र में लगभग 15 मेगावाट व ग्रामीण क्षेत्रों में 6 मेगावाट बिजली की खपत है. क्षेत्र में फुल लोड बिजली सप्लाई हो रही है.तार टूटकर गिरने से नहीं होगी क्षति:
योजना पूरी होने के बाद वज्रपात व अन्य कारण से तार टूटने पर जान-माल की क्षति को पूरी तरह से रोका जायेगा. गांव से शहर तक खुले तार के स्थान पर इंसुलेटेड वायर लगाये जायेंगे.मुजी योजना
मुख्यमंत्री ऊर्जा झारखंड योजना ग्रामीण क्षेत्रों के लिए है. झारखंड सरकार की योजना से ग्रामीण क्षेत्र को टोला से गांव को बिजली से जोड़ना है. खुले तार हटाये जाएंगे. नये ट्रांसफॉर्मर लगेंगे. यह सुविधा ग्रामीणों को निःशुल्क मिल रही है.आरडीडी एस (रिवाइव डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम )
यह योजना केंद्र सरकार की है. शहरी क्षेत्रों को पूर्ण रूप से बिजली से जोड़ना है. ओवरलोड समाप्त करने और खुले तार के स्थान पर इंसुलेटेड वायर लगेंगे.स्मार्ट मीटर
यह योजना केंद्र सरकार की है. दो फेज में काम हो रहा है. पहले फेज में शहर व दूसरे फेज में ग्रामीण क्षेत्र में काम होगा. प्रीपेड मीटर के स्थान पर अब दुकानों से लेकर मकानों तक स्मार्ट मीटर लगाये जायेंगे. इसके माध्यम से उपभोक्ताओं को बिजली की खपत की जानकारी मोबाइल पर मिलेगी. बिजली बिल का पेमेंट उपभोक्ता मोबाइल से कर सकेंगे.– आने वाले दिनों में जिले को बिजली संबंधित योजनाओं का लाभ अवश्य दिखेगा. बिजली चोरी रुकेगी. जानमाल के नुकसान से बचा जा सकेगा.– गौतम राणा
, कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति विभाग, चाईबासा अंचलडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

