चाईबासा.
पश्चिमी सिंहभूम जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते मौसमी बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ा है. मौसम में हो रहे बदलावों के कारण लोग वायरल फीवर, सर्दी-खांसी और डायरिया जैसी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इन हालातों में लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही गंभीर परेशानी का कारण बन सकती है. पिछले कुछ दिनों में जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है. चिकित्सकों ने भी लोगों को पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी है.पहले आते थे 400 मरीज, अब आ रहे 800
सदर अस्पताल समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में सामान्य दिनों की तुलना में मरीजों की संख्या दो से तीन गुना तक बढ़ गयी है. सदर अस्पताल प्रशासन के अनुसार, बुखार, सर्दी-खांसी, डायरिया आदि की दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं. जहां पहले अस्पताल में प्रतिदिन 300-400 मरीज आते थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर लगभग 800 तक पहुंच गयी है. अस्पताल के सभी वार्ड और इमरजेंसी यूनिट मरीजों से भर चुके हैं. 300 बेड वाले सदर अस्पताल में इस समय 380-390 मरीज भर्ती हैं. बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की है, फिर भी कई मरीजों को स्ट्रेचर पर रखकर इलाज किया जा रहा है.
गंदे पानी से बढ़ा संक्रमण का खतरा
चिकित्सकों के अनुसार, बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव से मच्छरों की संख्या बढ़ गयी है, जिससे मलेरिया और टायफाइड के मामले बढ़े हैं. इसके अलावा, गंदे पानी के सेवन से लोग डायरिया से भी ग्रसित हो रहे हैं.टायफाइड और वायरल फीवर के मामले भी बढ़े
गड्ढों का पानी पीने से डायरिया और बुखार से ग्रसित हो रहे हैं. सर्दी-खांसी और मलेरिया अब आम हो गया है. इसके साथ ही टायफाइड और वायरल फीवर के मामले भी बढ़े हैं. वायरल फीवर के कारण मरीजों को तीन दिन तक तेज बुखार रहता है, जिससे शरीर पूरी तरह से कमजोर हो जाता है. विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को सतर्क रहने की जरूरत है.– डॉ. शिवचरण हांसदा, चिकित्सक, सदर अस्पताल
इस मौसम में क्या करें
पानी को उबालकर ही पीएं
घर का खाना हमेशा ढककर रखें.बाहर का और फास्ट फूड खाने से परहेज करें.
साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

