चाईबासा.
चाईबासा में एनएच व बाइपास सड़क पर नो इंट्री की मांग पर तांबो चौक के पास धरना प्रदर्शन, रोड जाम, सरकारी काम में बाधा व पुलिस बल पर जानलेवा हमला के आरोप में गिरफ्तार 11 आरोपियों की जमानत याचिका शुक्रवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अक्षत श्रीवास्तव की अदालत ने खारिज कर दी. अदालत ने नानिका पुरती, तुलसी पुरती, दुबलिया पुरती, रबींद्र गागराई, अविनाश कुदादा, साहिल बिरुवा, साइमन तियु, नदीम शेख, दुंबी सावैयां, श्रीकान्त मुदुइया और सूमी लागुरी की ज़मानत याचिका को अस्वीकार कर दिया है. इस मामले में जिला पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है. इनमें 6 महिलाएं और 10 पुरुष शामिल हैं. इस संबंध में सदर अनुमंडल पदाधिकारी संदीप अनुराग टोपनो के बयान पर 28 अक्तूबर, 2025 को मुफ्फसिल थाना में 74 नामजद समेत 500 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. उन्होंने बताया कि नो इंट्री बंद करने व गिरफ्तार लोगों को रिहाई करने की मांग पर 27 अक्तूबर की दोपहर परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा का आवास अनिश्चितकालीन घेराव करने को लेकर लोगों ने तांबो चौक पर धरना- प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व साधु चरण बानरा, महेंद्र जामुदा, गुरा सिंकु, बासिल हेंब्रम व सदर प्रखंड के कुरसी पंचायत के मुखिया निरेश देवगम ने किया. लगभग 500 महिला-पुरुषों ने नाजायज मजमा बनाकर लाठी-डंडा, बैनर-पोस्टर लेकर उग्र होकर तांबो चौक के आने-जाने वाले मुख्य मार्ग को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया. अपनी मांग को लेकर काफी उग्र प्रदर्शन करने लगे. शाम को चौक पर चूल्हा जलाकर भोजन पकाने लगे. वहां अनुमति खाना पकाने का अनुमति नहीं दी गयी. वे लोग नहीं माने और उग्र होकर प्रतिनियुक्त पुलिस बल को लक्षित करते हुए ईंट, पत्थर, लाठी-डंडा व शीशा बोतल पर हमला करने लगे. उपद्रवियों ने एसडीपीओ समेत पुलिस प्रशासन के छह सरकारी वाहनों को पत्थर व लाठी से मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद मेरे द्वारा आंसू गैस छोड़ने का आदेश दिया गया. इसके बाद उपद्रवियों ने पुलिस बल पर हमला करना शुरू कर दिया, तब पुलिस बल ने लाठी-चार्ज करना शुरू कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

