बड़बिल.क्योंझर जिला के चंपुआ थाना अंतर्गत नारदपुर आंगनबाड़ी केंद्र के एक कमरे में मंगलवार को आंगनबाड़ी कर्मी मणिक बारीक़ ने पंखे से लटक कर ख़ुदकुशी कर ली. पुलिस ने मृतका के शव के पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. इस संबंध में मृतका के भाई ने चंपुआ थाना में मामला दर्ज कराया है.
एक पन्ने के नाेट में पूरी घटना की आपबीती बतायी
पुलिस ने बताया कि मणिक ने ख़ुदकुशी से पहले एक पन्ने का एक सुसाइड नोट लिखकर छोड़ा है. इसमें आत्महत्या करने का मुख्य दोषी नारदपुर के ही गोलाक बारीक़, संजय बारीक़, निशिकांत बारीक़ व नारदपुर सरास्वती शिशु विद्या मंदिर के प्रधानाध्यापक निरंजन जेना को ठहराया है. सुसाइड नोट में मणिक ने लिखा है कि उक्त चार लोगों द्वारा पिछले चार महीनों से मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है. थक-हार कर मैंने लिखित रूप में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के समक्ष शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद से ये चारों मुझे 24 घंटे प्रताड़ित करने लगे. मृतका ने सुसाइड नोट में चारों के खिलाफ सख्त करवाई करने की मांग की है.कोट
मणिक मेरी बहुत अच्छी कर्मी थी. उसकी कुछ दिन पहले तबीयत खराब थी. इलाज के बाद स्वस्थ थी. उसके जाने का दुख है. उसके साथ क्या परेशानी थी, उसके बारे कभी कुछ नहीं बतायी.-सुकांति पात्रो, सीडीपीओ, जोड़ा
………..उसने समस्या के बारे में कभी नहीं बताया. पूरी जानकारी सुसाइड नोट पढ़कर मिली. जिनके नाम पर सुसाइड नोट मिला है, उनके निशाने पर मैं भी था. ये बात भी नोट में लिखी है. इंसाफ मिलनी चाहिए.-रंजीत बारीक़, मणिक का बड़ा भाई
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