चाईबासा. सदर (चाईबासा) प्रखंड स्थित मतकमहातु पंचायत की मुखिया जुलियाना देवगम की पहल ने कमारहातु के ग्रामीणों की तकदीर बदल दी है. दरअसल, प्रशासन के सहयोग से बेकार पड़ी बंद चूना खदान आज जीवनदायिनी बन गयी है. आज पंचायत में धान, मक्का और सब्जियों की बेहतर खेती हो रही है. बंद खदान को तालाब का रूप देकर मत्स्य पालन किया जा रहा है. इससे ग्रामीणों की आय बढ़ गयी है.
जल संकट से जूझ रहे थे ग्रामीण, खेत परती पड़े थे.ज्ञात हो कि बंद खदान की गहराई अत्यधिक होने के कारण क्षेत्र के नलकूप जवाब देने लगे थे. पंचायत की करीब 10 हजार आबादी पानी के लिए भटकने को विवश थी. पानी के अभाव में खेती प्रभावित हो गयी थी. तेज ब्लास्टिंग के कारण घरों में दरार पड़ने लगी थी. उक्त खदान ग्रामीणों के लिए अभिशाप बन गयी थी. मुखिया जुलियाना ने समस्या के समाधान के लिए जिला प्रशासन से सहयोग की गुहार लगायी. मुखिया और पंचायत वासियों की सकारात्मक पहल से चूना पत्थर खदान को तालाब का रूप दे दिया गया.
मछली पालन से 52 परिवारों की स्थिति सुधरी
वर्तमान में उक्त तालाब में मछली पालन से 52 परिवारों के आर्थिक स्थिति सुधरी है. मतकमहातु पंचायत में करीब 10 कुएं, 150 चापाकल, 11 जलमीनार और 15 तालाब हैं. आस-पास का जल स्तर ऊपर आ गयी है. करीब 300 फीट गहरे पानी में केज सिस्टम से मछली पालन हो रहा है. कमारहातु की मत्स्यजीवी सहयोग समिति मछली बेचकर लखपति बन चुकी है.
राजभवन ने मुखिया को किया सम्मानित
तत्कालीन राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मुखिया जुलियाना की पहल को सराहा था. खदान का निरीक्षण किया था. मुखिया को राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप में आमंत्रित कर सम्मान दिया था. उक्त कार्य में तत्कालीन उपायुक्त अनन्य मित्तल और जिला मत्स्य पदाधिकारी ने विशेष सहयोग किया था.
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