चाईबासा. अनुसूचित जनजाति (एसटी) परिवारों के सर्वांगीण विकास और सरकार के 17 विभागों की 25 से अधिक योजनाओं का लाभ जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाने के लिए सरकार ने आदि कर्मयोगी अभियान चलाया. यह अभियान 17 सितंबर से 02 अक्तूबर तक आदि सेवा पर्व के रूप में मनाया गया. जिले में अभियान के तहत कुल 927 गांवों का चयन भारत सरकार से किया गया है. इन चिह्नित गांवों में आदि सेवा केंद्र की स्थापना की गयी है. प्रत्येक केन्द्र का एक प्रभारी नियुक्त किया गया है. इस अभियान के तहत चयनित सभी गांवों के लिए विजन 2030 तैयार किया जा रहा है. इसमें स्थानीय आवश्यकताओं व भविष्य की जरूरतों का ध्यान में रखते हुए ग्रामीणों की सहभागिता से विलेज प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसे विशेष ग्राम सभा में अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया गया. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समुदायों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पेयजल, बिजली, स्वच्छता, पोषण, आवास सहित सभी सरकारी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता से उपलब्ध कराना है. साथ ही ग्राम विकास के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाकर उन्हें सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है. आदि कर्मयोगी अभियान न केवल जनजातीय परिवारों की सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुधार लायेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए मजबूत आधारशिला भी सिद्ध होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

