आकाश कर्मकार, फुसरो नगर परिषद क्षेत्र में अमलो प्रोजेक्ट से बंदुकबेड़ा (भाया ताराबेड़ा) तक बनने वाली सड़क शिलान्यास के एक वर्ष बाद भी नहीं बन पायी है. 2.4 करोड़ रुपये की यह योजना ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम सड़क सुदृढ़ीकरण योजना के तहत स्वीकृत है. सड़क नहीं बनने के कारण चारों ओर जंगल से घिरे आदिवासी बहुल ताराबेड़ा और बंदुकबेड़ा गांव के लोगों को फुसरो शहर आने-जाने में परेशानी हो रही है. लोग उबड़-खाबड़ सड़क से ही आते-जाते हैं. विदित हो कि बेरमो विधायक कुमार जयमंगल ने दो जुलाई 2024 को लगभग चार किमी लंबी इस सड़क का शिलान्यास किया था. 2.4 करोड़ रुपये की यह निविदा बीकेएस कंपनी को मिली थी और एक वर्ष में काम पूरा करना था. लेकिन अभी तक लगभग पांच फीसदी काम ही हो पाया. ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार, सरकार और विभाग के उदासीन रवैये के कारण सड़क नहीं बनी है. ग्रामीणों ने बताया कि नयी सड़क बनाने को लेकर पूर्व में बनी सड़क को शिलान्यास के बाद उखाड़ दिया गया है. कम से कम वह चलने लायक तो थी. ठेकेदार ने पुरानी सड़क को उखाड़ कर मेटल बिछा कर छोड़ दिया है. इससे आवागमन में और परेशानी हो रही है. वर्तमान में संवेदक का अता-पता नहीं है. सिर्फ बताया जा रहा है कि फंड के अभाव के कारण सड़क निर्माण कार्य बंद है.
फंड के अभाव में बंद है काम
बीकेएस कंपनी के साइट इंचार्ज रंजीत कुमार ने कहा कि फंड के अभाव के कारण सड़क निर्माण कार्य बंद है. विभाग जैसे ही फंड देगा, कार्य शुरू कर दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

