तेनुघाट, लगातार बारिश की वजह से तेनुघाट डैम के जलस्तर में अचानक वृद्धि की आशंका को देखते हुए शनिवार को डैम के दो अंडर सूलीस और आठ रेडियल गेट कुल दस गेट खोल दिये गये. इसके कारण दामोदर नदी का जलस्तर बढ़ गया है. सहायक अभियंता मंगल देव सिंह ने बताया कि सभी गेट से 47900 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड डिस्चार्ज हो रहा है. इधर, प्रशासन ने दामोदर नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है. शनिवार को सुबह से रुक-रुक कर झमाझम बारिश होती रही. इसके कारण लोगों को परेशानी हुई. बाजारों में चहल-पहल नहीं दिखी. मुख्य सड़कें अधिकतर समय सुनसान दिखी. जर्जर सड़कों पर जलजमाव के लोगों को आवागमन में परेशानी हुई.
मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ा
लगातार बारिश व मौसम में बदलाव का असर स्वास्थ्य पर भी पड़ा है. बुखार, बदन दर्द, सिर दर्द, सर्दी व खांसी जैसी मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है. मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी है. डायरिया व टाइफाइड के मरीज भी बढ़े हैं. प्रत्येक दिन अनुमंडलीय अस्पताल फुसरो बेरमो में 100-150 और सीसीएल के केंद्रीय अस्पताल ढोरी में 250-300 मरीज पहुंच रहे हैं. इसमें अधिकतर सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित होते हैं. सीसीएल करगली क्षेत्रीय अस्पताल के पूर्व सीएमओ डॉ सजल भारतीय ने कहा कि बदलते मौसम में लोग पानी उबाल कर पीये. नॉनवेज कम खाये तथा कोई भी खाना गर्म ही खाये. फ्रीज में रखा सामान खाना खाने से बचे. विद्युत आपूर्ति पर भी पड़ा है असर : लगातार बारिश के कारण सीसीएल, डीवीसी व झारखंड सरकार की विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है. सीसीएल व डीवीसी के कॉलोनियों में कई-कई घंटों तक विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती है. झारखंड सरकार की बिजली थोड़ी सी हवा व बारिश के बाद 10-15 घंटे तक नदारद हो जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

