बेरमो प्रखंड के कुरपनिया बस्ती में 10 दिनों से जलापूर्ति बंद है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने बुधवार को बाल्टी, डेगची आदि लेकर सिनेमा हॉल के समीप सड़क पर प्रदर्शन किया और कोयला व छाई की ट्रांसपोर्टिंग रोक दी. ग्रामीणों ने कहा कि 10 दिनों से झारखंड सरकार की मेगा जलापूर्ति योजना से पानी नहीं मिल रहा है. खासमहल कोनार परियोजना से सटे इस गांव में सीसीएल प्रबंधन द्वारा भी पेयजल को लेकर ठोस पहल नहीं की जा रही है. सीसीएल प्रबंधन अगर टैंकर से पानी की आपूर्ति करे, तो कुछ हद तक संकट का निदान हो सकता है. आसपास के कुएं, डीप बोरिंग, तालाब आदि बगल में खदान रहने के कारण सूख चुके हैं. ग्रामीणों को दो-तीन किमी दूर गोदोनाला से पानी लाना पड़ता है. सीसीएल की आवासीय कॉलोनी में भी जलापूर्ति बंद रहने से गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. आंदोलन के समर्थन में पहुंचे जिप सदस्य टीनू सिंह ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन और प्रशासन संवेदनशील नहीं दिख रहा है. कुरपनिया तथा आसपास के क्षेत्र में भीषण पेयजल संकट है. अगर संकट का स्थाई समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीण अनिश्चितकालीन चक्का जाम आंदोलन करेंगे.
आंदोलन में आनंद सिंह, जमसं के शाखा सचिव संतोष कुमार, सत्येंद्र सिंह, बबलू रवानी, वार्ड सदस्य मालती देवी, गीता देवी, फूलमनिया देवी, बिंदिया देवी, सीमा देवी, खुशबू देवी, सुरजो देवी, गुड़िया देवी, मधुलता देवी, कुसमी देवी, कौशल्या देवी, सुमित्रा देवी, जासो देवी, मधु देवी नरेश कमार, बबलू कमार, तुलसी सिंह, दिनेश सिंह सहित कई लोग शामिल थे.प्रबंधन के आश्वासन पर माने लोग
बाद में प्रशासनिक पहल के बाद सीसीएल के सिविल अभियंता ज्ञानवर्धन, गांधीनगर थाना प्रभारी धनंजय कुमार सिंह, एसआइ रवि नारायण झा पहुंचे. जिप सदस्य टीनू सिंह की उपस्थिति में ग्रामीणों से बात की. सीसीएल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि जब तक मेगा जलापूर्ति योजना के पानी नियमित नहीं मिलेगा, तब तक टैंकर से पानी की आपूर्ति की जायेगी. साथ ही खासमहल डैम से पाइपलाइन द्वारा पेयजल आपूर्ति करने के लिए प्रपोजल उच्च प्रबंधन को भेजा जायेगा. इसके बाद ग्रामीणों ने आंदोलन स्थगित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

