केंद्र के श्रम कानूनों में संशोधन के खिलाफ बुधवार को एक्टू से संबद्ध झारखंड जेनरल मजदूर यूनियन की टीटीपीएस ललपनिया शाखा द्वारा प्रतिवाद मार्च निकाला गया. कार्यकारी अध्यक्ष उमेश राम ने कहा कि जिन अधिकारों को मजदूरों ने संघर्ष और बलिदान देकर लिया था, उसे एक झटके में इस केंद्र सरकार ने समाप्त कर दिया. सचिव सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने यह साबित कर दिया कि देश में केवल पूंजीपति राज रहेगा. अब प्रबंधन या मालिक निर्धारित करेगा कि मजदूरों को कितने घंटे तक काम कराना है. अपने हक के लिए यूनियन बनाने या हड़ताल करने अधिकार नहीं रहेगा. इसके खिलाफ मजदूर वर्ग एकजुट होकर संघर्ष करें. मौके पर श्रवण किस्कू, रामू यादव, जलधर महतो, रामजी मुर्मू, बीरू मांझी, नागेश्वर गोप, बुधन बेसरा, बाबूलाल मांझी, बुधन यादव, प्रमोद यादव, नारायण यादव, नकुल महतो, मनोज महतो, मोहन महतो आदि थे.
सीटू ने लेबर कोड की प्रतियां जलायी
सीटू बेरमो कोयलांचल कमेटी की ओर से बुधवार जरीडीह अब्दुल हमीद चौक के समक्ष चार लेबर कोड रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया. लेबर कोड की प्रतियां भी जलायी. नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए राज्य उपाध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर ने कहा कि यह लेबर कोड पूंजीपतियों के हित में है और केंद्र सरकार इसे मजदूरों पर थोपा है. यह भारत के कल्याणकारी राज्य के चरित्र को बर्बाद कर देने वाला है. राज्य सचिव विजय कुमार भोई व भागीरथ शर्मा ने कहा कि यह लेबर कोड मजदूरों को वर्चुअल गुलामी की ओर धकेल देगा. श्रमिक संगठनों के अधिकार भी छीन जायेंगे. इसलिए इसका पूरजोर विरोध होना चाहिए. सीटू के जिला महासचिव प्रदीप कुमार विश्वास और जेसीएमयू के केंद्रीय सचिव जय नारायण महतो ने कहा कि यह पूंजीपतियों को और सशक्त बनाने के लिए लागू किया गया है. करोड़ों मजदूरों को कोई लाभ नहीं मिलेगा. मौके पर मो इकबाल, गोवर्धन रविदास, श्याम बिहारी दिनकर, जयनाथ मेहता, श्यामनारायण सतनामी, निजाम अंसारी, मनोज पासवान, मेहत्रू, कमलेश गुप्ता, चंद्रिका मल्लाह, वरुण कुमार, धनेश्वर घासी, कुंज बिहारी प्रसाद, विकास कुमार, लालन राम, भोला रजक, समीर सेन, सुरेश केवट, पान बाबू, बृजलाल हांसदा, बनवीर मिश्रा, सूरज आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

