फुसरो नप क्षेत्र की कारो बस्ती में शनिवार को झारखंड विस्थापित संघर्ष मोर्चा की बैठक देवराज महतो की अध्यक्षता में हुई. संचालन रोहन कुमार ने किया. केंद्रीय अध्यक्ष बेनीलाल महतो ने कहा कि कारो और अमलो के विस्थापितों ने हमेशा माइंस विस्तार और कोयला उत्पादन में प्रबंधन का सहयोग किया है. अपनी पुश्तैनी जमीन दी है. लेकिन प्रबंधन ने सभी विस्थापितों को नौकरी, उचित मुआवजा नहीं दिया और एक जगह नहीं बसाया है. प्रबंधन ने विस्थापितों की उचित मांगें पूरी नहीं की तो विस्थापितों को आंदोलन करना पड़ेगा. श्री महतो ने कहा कि विस्थापित दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और गैर विस्थापित कोयला बेच कर मालामाल हो रहे हैं. खुलेआम कोयला चोरी हो रही है. कोयला और लोहा की लूट रोकने के लिए एकजुट होकर आंदोलन करना पड़ेगा. सीसीएल दलाल नेताओं और ठेकेदारों के आगे विवश है.
प्रबंधन पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप
इसके पूर्व अमलो में मोर्चा के बैनर तले निर्मल महतो की अध्यक्षता में बैठक हुई. संचालन सहदेव मांझी ने किया. बैठक में विस्थापितों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखी. कहा कि प्रबंधन ने विस्थापितों के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया और छला है. प्रबंधन नौकरी, मुआवजा और पुनर्वास दे, हम लोग जाने को तैयार हैं. मौके पर शंभूनाथ महतो, मितलाल महतो, गिरिधारी महतो, बीरन लोहार, बसंत सोनी, द्वारिका महतो, अमन रवि, रूपलाल महतो, गोपाल महतो, अमीरलाल मांझी, गौतम महतो, नेपाली कहार, मनीष विश्वकर्मा, संतोष कमार, लालू महतो, मोहनी देवी, नागिया देवी, उर्मिला देवी, बालो देवी आदि मौजूद थे.
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